न जांच हुई न ऑपरेशन, मिली बस टेंशन
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पीजीआइएमएस में अपनी मांगों को लागू कराने के लिए लैब व ओटी टेक्नीशियनों से बृहस्पतिवार को सामूहिक अवकाश पर रहे। इसके कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं और मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। मरीज व उनके तीमारदार दिनभर उपचार के लिए इधर-उधर भटकते रहे। सभी तरह की जांच व ऑपरेशन का काम अटक गया।
ये काम अटके
-ओपीडी से विभागवार जांचों के सेंपल लिए जाने वाले सेंपल नहीं लिए गए। यहां पर रोजाना करीब 1200 सेंपल लिए जाते हैं।
-रोजाना सर्जरी ऑपपरेशन थियेटर में करीब 35 का ऑपरेशन होते हैं लेकिन बृहस्पतिवार को चार-पांच का ही ऑपरेशन हो सके। वहीं, प्रशासन का कहना है कि करीब 20 ऑपरेशन हुए।
-ईएनटी यानी आंख, नाक, कान व गला से संबंधित रोगों के लिए रोजाना लगभग पांच ऑपरेशन होते हैं लेकिन बृहस्पतिवार को एक भी नहीं हुआ।
-यूरोलोजी, कार्डियक सर्जरी, इमरजेंसी आदि में भी रोजाना 25 से अधिक आपरेशन होते हैं, लेकिन सामूहिक अवकाश के पहले दिन 10 से कम ही ऑपरेशन हो पाए। वहीं, पीजीआइ प्रशासन 18 से 20 आपरेशन करने का दावा कर रहा है।
-कैंसर, ब्लड कैंसर, एड्स, टीबी, पीलिया, सर्जरी, खांसी, मलेरिया, डेंगू एवं स्त्री रोग से जुड़े मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। अधिकांश मरीजों का टेस्ट नहीं हो पाया।
-टेक्नीशियनों के कार्य ठप करने के बाद सबसे ज्यादा प्रभाव बायो केमिस्ट्री विभाग में रहा। यहां पर सुगर, लिपिड प्रोफाइल, हार्ट, लीवर, किडनी के मरीजों की जांच प्रभावित हुई। हालांकि विभाग ने कुछ छात्रों का सहारा लिया, लेकिन ये प्रयास नाकाफी साबित हुए।
पीजीआइ चंडीगढ़ के कर्मचारियों के बराबर किया जाए वेतनमान आंदोलनरत कर्मचारियों ने विजय पार्क में एक सभा की। इसमें आंदोलन अगली कड़ी को लेकर आगे की रणनीति बनाने पर चर्चा की गई। पीजीआइ में लैब के 188 और ओटी के 35 टेक्नीशियन हैं। पीजीआइ चंडीगढ़ के बराबर वेतन करने की मांग लैब टेक्नीशियन व ओटी टेक्नीशियन कई महीनों से कर रहे हैं। सभा को संबोधित करते हुए लैब व ओटी टेक्नीशियन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि वे अपनी जायज मांग के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बावजूद इसके प्रदेश सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। उनकी मांग किया है कि उनका वेतनमान पीजीआइ चंडीगढ़ के कर्मचारियों के बराबर किया जाए। इस मौके पर लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन हुड्डा, ओटी टेक्नीशियन एसोसिएशन के अध्यक्ष धरमवीर, अशोक कुमार, हरीश चावला, बीर सिंह, जेपी सोरान, हरीश चंद, नितिन कुमार, संदीप कुमार, संजय रोहिला, भूपेंद्र सिंह लठवाल, संजय दुहन, पदम सिंह, आएएन गोयल, विमिल प्रसाद, सत्यवान, महिपाल, रामपाल, दिनेश कुमार, राहुल, इंद्रपाल, कुलविंद्र सिंह, लक्ष्मी नारायण, संतोष साहू, कमलेश शर्मा, कविता शर्मा, सरोज रानी, विनिता आदि उपस्थित रहे।
पीजीआइ प्रशासन ने कसी कमर
पीजीआइएमएस में लैब व ओटी टेक्नीशियनों के सामूहिक अवकाश के बाद बिड़गी व्यवस्था को संभालने के लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली है। डायरेक्टर डॉ. चांद सिंह ढुल ने बताया कि सामूहिक अवकाश से प्रभाव तो पड़ा है फिर भी मरीजों को ज्यादा परेशानी न हो इसके लिए सारे इंतजाम कर लिए गए है। टेस्ट व सैंपल के लिए डॉक्टर व पीजी छात्रों का सहयोग लिया जा रहा है।
नियमानुसार उठाया जाएगा कदम
लैब व ओटी टेक्नीशियनों के सामूहिक अवकाश को लेकर पीजीआइ प्रशासन काफी गंभीर है। अगर स्थिति काफी खराब हुई तो कर्मचारियों पर कार्रवाई पर विचार कर सकता है। इस संबंध में डायरेक्टर चांद सिंह ढुल ने बताया कि अगर उनका विरोध शांतिपूर्वक रहा तो कोई हर्ज नहीं है। अगर इलाज प्रभावित होता है तो नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए कदम उठाया जा सकता है। उधर टेक्नीशियन भी झुकने के मूड में नहीं हैं।
प्राइवेट लैब संचालकों की रही चांदी
लैब संचालकों की खूब चांदी रही। यहां पर जांच व सैंपल नहीं लिए जाने के कारण लोग मजबूरी में बाहर से टेस्ट कराए। इसके कारण परेशानी तो हुई ही साथ ही उन्हें आर्थिक नुकसान भी झेलनी पड़ा।
सीएम से मिलने आज चंडीगढ़ जाएगा प्रतिनिधिमंडल
लैब व ओटी टेक्नीशियन का प्रतिनिधि बृहस्पतिवार को सीएम से मिलने दिल्ली गया था लेकिन वे नहीं मिले। वहीं, इसको लेकर शुक्रवार को भी एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलने चंडीगढ़ जाएगा।