मनोरम लोक संस्कृति और कला का होगा संगम
जागरण संवाददाता, रोहतक :
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य संस्थान के सभागार में रविवार से देश के चार प्रमुख राज्यों की लोक संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। इसमें राजस्थान, बिहार, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकर इस अवसर पर विभिन्न शैलियों में लोकनाट्य की प्रस्तुति देंगे।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, इलाहबाद, जिला प्रशासन रोहतक और नगर निगम के सहयोग से पीजीआइएमएस में लोक नाट्य उत्सव-2014 का आयोजन रविवार शाम सात बजे से होगा। शहर के लोगों को राजस्थान की प्रसिद्ध तमाशा शैली, बिहार की विदेसिया शैली, हरियाणा की सांग शैली और उत्तर प्रदेश की लीला शैली पर आधारित खूबसूरत प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। यह उत्सव 27 जुलाई से 30 जुलाई तक पीजीआइएमएस के एलटी सभागार में आयोजित किया जाएगा।
लोक कला का होगा संरक्षण : लोक नाट्य उत्सव के संबंध में आइआरटीएस निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने बताया कि उनके केंद्र मृत होती लोक कला का संरक्षण और संवर्धन के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। लोक नाट्य उत्सव का आयोजन कर हम युवाओं को लोक संस्कृति की प्रासंगिकता बताना चाहते हैं। वही यह भी संदेश देना चाहते हैं लोक संस्कृतियां कैसे विशाल देश को एक धागे में पिरोती हैं। प्रत्येक नाट्य में 15 से बीस कलाकार प्रस्तुति देंगे। स्टेज को साज सज्जा और माहौल लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ जाएगा। कार्यक्रम प्रभारी कल्पना सहाय रहेंगी। मधुकांत मिश्रा, कृष्ण मोहन द्विवेदी, पीएन श्रीवास्तव, राकेश सिन्हा आदि भी महत्वपूर्ण सहयोगी के रुप में उपस्थित रहेंगे।