कपास के ढेर में दबने से मजदूर की मौत
संवाद सहयोगी, महम : हम-भिवानी रोड स्थित मित्तल कॉटन फैक्टरी में कपास के ढेर में दबे रहने से एक मजदूर की मौत हो गई। लगभग 20 वर्षीय मजदूर राजू पुत्र नन्हू सिंह पिछले लगभग चार महीनों से इस फैक्टरी में काम रहा था। वह उत्तरप्रदेश के जिला मुरादाबाद के गाव जगर का रहने वाला था।
राजू का सोमवार की सुबह से कपास के ढ़ेर में दबा होने का अनुमान है। जानकारी मिली है कि वह सोमवार की सुबह से ही उसे फैक्टरी में नहीं देखा जा रहा था। बुधवार की सुबह मजदूरों ने कपास में उसका पांव देखा। कपास हटाई तो पता चला कि वह मजदूर राजू है। तब तक राजू की मौत हो चुकी थी। अनुमान यह है कि रविवार की रात को काम करते हुए राजू कपास के ढेर पर सो गया। इस दौरान उसके ऊपर कपास का दूसरा ढेर गिर गया। वह कपास से बाहर नहीं आ पाया। दम घुटने से उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीजीआई के डेड हाउस रखवा दिया है। चौकी इंचार्ज अजमेर का कहना है कि राजू के परिजनों का इंतजार किया रहा है। उनके बयान पर आगे की कार्रवाई होगी। पोस्टमार्टम के बाद ही राजू की मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा।
इधर फैक्टरी मालिक विजय मित्तल का कहना है कि वे तथा उनका परिवार पंचकुंडीय महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा में लगा हुआ था। लेबर का काम ठेकेदार ही देख रहा था। उन्होंने सोमवार की सुबह ही ठेकेदार को मजदूर के ना होने की सूचना दे दी थी।
इधर तलाश करते रहे मजदूर को : सोमवार की सुबह जब राजू कहीं दिखाई नहीं दिया तो लेबर ठेकेदार को सूचना दी गई। राजू को उसके ठिकानों पर तलाशने के बाद उनके घर गाव जगर में भी सूचित किया गया। माना गया कि राजू बिना बताए किसी अन्य स्थान पर चला गया। ऐसा प्रवासी मजदूर पहले करते रहे है। राजू के कपास में दबे होने का अनुमान किसी ने नहीं लगाया।
घटना के समय फैक्टरी मालिक थे पंचकुंडीय महायज्ञ का मुख्य यजमान : विधि का विधान देखिए, जिस मित्तल कॉटन फैक्टरी में मजदूर राजू की मौत हुई है। उसका मालिक विजय मित्तल महम में चल रहे पंचकुंडीय महायज्ञ का मुख्य यजमान बना हुआ था। भारत विकास परिषद् के नवनियुक्त प्रधान विजय मित्तल शाखा के सौजन्य से श्रीमद्भागवत कथा भी करवा रहे थे। मित्तल का कहना है कि वह यह यज्ञ व कथा इलाके में शाति व सुख समृद्धि के लिए करवा रहे है, लेकिन उनकी खुद की फैक्टरी में एक प्रवासी मजदूर दो दिनों तक कपास में मृत पड़ा रहा।