राजपुरा पंचायत को नहीं मिला अवार्ड
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: जहां एक ओर प्रदेश निर्विरोध पंचायत बनाने के लिए प्रेरित कर रही है। वहीं अधिक
संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: जहां एक ओर प्रदेश निर्विरोध पंचायत बनाने के लिए प्रेरित कर रही है। वहीं अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद ग्राम पंचायत राजपुरा आलमगीर को पुरस्कार राशि नहीं मिल पाई है। इतना ही नहीं सितंबर में बनाए गए दो निर्विरोध पंचों को आज तक शपथ भी नहीं दिलाई गई। शपथ के अभाव में दोनो पंच किसी प्रकार की मी¨टग में अपनी भागीदारी नहीं दिखा पा रहे हैं।
ग्राम पंचायत के चुनाव जनवरी 2016 में हुए थे। गांव राजपुरा में चुनावों से पहले ही 10 जनवरी को सरपंच तथा छह पंचों को निर्विरोध चुन लिया गया था। बाद में 15 फरवरी को सरपंच व छह पचों को शपथ भी दिला दी गई थी। उपायुक्त की ओर से पूरी पंचायत निर्विरोध बनाने वाले गांव को 11 लाख रुपए देने की घोषणा की हुई है, लेकिन अभी तक ग्राम पंचायत को अवार्ड राशि नहीं मिल पाई है। दो पंचों को सितंबर में निर्विरोध पंच चुना गया था।
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गांव में आठ पंच व सरपंच निर्विरोध बनाए गए थे। सरकार की ओर से 11 लाख की राशि की घोषणा की गई थी, परंतु अभी तक ग्राम पंचायत को कुछ भी नहीं मिल पाया है। न ही दो पंचों को शपथ दिलाई गई है। इस संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नही की जा रही है।
-रमेश चंद्र, सरपंच, राजुपरा आलमगिर