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किसानों ने की गेहूं पर बोनस देने की मांग

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: रबी की मुख्य फसल सरसों की सरकारी खरीद की मांग और गेहूं पर बोनस की राशि दिला

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 04:29 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 04:29 PM (IST)
किसानों ने की गेहूं पर बोनस देने की मांग
किसानों ने की गेहूं पर बोनस देने की मांग

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: रबी की मुख्य फसल सरसों की सरकारी खरीद की मांग और गेहूं पर बोनस की राशि दिलाने की मांग को लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम नगराधीश वीजेंद्र ¨सह को ज्ञापन सौंपा। भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने गत वर्ष मंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचे किसानों के समक्ष आई परेशानियों का हवाला देते हुए इस बार व्यापक प्रबंध करने की मांग उठाई।

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संघ के प्रदेश महासचिव रामकिशन महलावत के नेतृत्व में किसानों ने विभिन्न समस्याएं रखीं। किसानों का कहना था कि रबी की मुख्य फसल सरसों की कटाई आरंभ होने लगी है। थोड़े दिन में मंडी में अनाज आनी आरंभ होंगी। सरसों रेवाड़ी जिले की मुख्य फसलों में है, इसकी खरीद जिले की रेवाड़ी, बावल और कोसली की मंडी में 15 मार्च से ही सरकारी खरीद शुरू किया जाए जिससे जिले के किसानों को अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम न बेचनी पड़े। किसानों का कहना था कि इस बार देश में गेहूं का उत्पादन पिछले वर्षों की अपेक्षा 7 फीसद अधिक हुआ है। इसके बावजूद सरकार ने गेहूं का निर्यात शुल्क घटाकर शून्य कर दिया है। ऐसे में बाजार में विदेशी गेहूं आने की संभावना है। इससे गेहूं उत्पादन करने वाला हमारा किसान प्रभावित होगा। इसलिए विदेशी गेहूं के आयात पर रोक लगाई जानी चाहिए। भाजपा ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि डॉ. एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार फसल की लागत पर 50 फीसद लाभकारी मूल्य दिया जाएगा, जो कि आज तक पूरा नहीं किया है। उन्होंने सरकार से किसान को प्रोत्साहित करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कम से कम 500 रुपये बोनस देने की मांग की तथा अन्य फसलों की सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीद की समयबद्ध व्यवस्था की जाए। इससे किसानों को अपनी उपज मजबूरी में औने पौने दामों में बेचनी नहीं पड़े। ज्ञापन सौंपने वालों में मास्टर हुकम ¨सह पीथड़ावास, मनोहरलाल, महेंद्र ¨सह, महावीर ¨सह, प्रभुदयाल, मास्टर नेमीचंद, चरण ¨सह, रामेश्वर दयाल, धर्मपाल, महेंद्र ¨सह, धर्मवीर ¨सह, महीपाल, गुरुदयाल ¨सह, सतीश कुमार सहित अन्य किसान शामिल थे।


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