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तालमेल के अभाव का खामियाजा भुगत रहे विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक और कॉलेज के बीच तालमेल नहीं होने का खामिय

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Apr 2017 05:41 PM (IST)Updated: Sat, 29 Apr 2017 05:41 PM (IST)
तालमेल के अभाव का खामियाजा भुगत रहे विद्यार्थी
तालमेल के अभाव का खामियाजा भुगत रहे विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक और कॉलेज के बीच तालमेल नहीं होने का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में जैसे जैसे परीक्षाओं की तारीख नजदीक आ रही है वैसे विद्यार्थियों की परेशानियां बढ़ रही हैं। बीएएलएलबी द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने सीएम ¨वडो में शिकायत देकर समस्या का समाधान कराने की गुहार लगाई है। इन विद्यार्थियों का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन ने दाखिले के समय जो नियम बताए थे, उसके अनुरूप परीक्षाओं का संचालन नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि दाखिले के समय ही उन्होंने अपने पाठ्यक्रम ¨हदी माध्यम से पढ़ने के लिए आवेदन किया था। कॉलेज में पढ़ाई भी ¨हदी माध्यम से कराई गई लेकिन परीक्षा में प्रश्नपत्र अंग्रेजी माध्यम से दिए जा रहे हैं। इसपर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के समय भी आपत्ति जताई गई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अब मई के प्रथम सप्ताह से परीक्षाएं आरंभ हो रही हैं, लेकिन शिक्षकों द्वारा प्रश्नपत्र पुराने पैटर्न में ही मिलने की संभावना जताई जा रही है। इससे उन जैसे सैकड़ों विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम प्रभावित होगा। सहारनवास स्थित शांति देवी लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन के माध्यम से सीएम ¨वडो में शिकायत देकर उनकी समस्या का समाधान कराने की गुहार लगाई है।

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40 अंक आने पर भी री अपीयर:

इसी प्रकार कुछ विद्यार्थियों ने कॉलेज के ¨प्रसिपल को शिकायत देकर उन्हें पुराने नियम अनुसार ही उत्तीर्ण करने की मांग की है। इन विद्यार्थियों का कहना था कि एमडीयू रोहतक द्वारा निकाले गए नए नियम अनुसार थ्योरी में पास होने के लिए कम से कम 32 अंक की अनिवार्यता की गई है। उनका कहना है कि उनका बैच शैक्षणिक सत्र 2014-15 का है। इसमें यह नियम लागू नहीं होता। इसके बावजूद थ्योरी और इंटरनल मिलाकर 40 अंक प्राप्त करने वालों को भी प्रथम सेमेस्टर में री अपीयर दर्शाया गया है। इस संबंध में न तो कॉलेज प्रबंधन और न ही विश्वविद्यालय की ओर से नियम में बदलाव के बारे में उन्हें पहले कोई जानकारी नहीं दी है। ऐसे में उन्हें मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित विद्यार्थी धीरज, मनीष, तरुण, अभिषेक, नितिन, तुषार, अनूप, प्रदीप, रितेश, राजेश, मंजीत लांबा, मनीष कुमार, दीपक, राजेश सैनी, तरुण कुमार, सुरेंद्र खटाना आदि विद्यार्थियों ने कॉलेज और एमडीयू प्रशासन से समस्या का समाधान कराने की मांग की है।

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विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर कॉलेज प्रबंधन की ओर से एमडीयू प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। यहां तक कि पिछले वर्ष एमडीयू प्रशासन और परीक्षा नियंत्रक के साथ हुई बैठक में मैंने ही इस समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए अंग्रेजी और ¨हदी के प्रश्नपत्र तैयार कराने के सुझाव दिए थे लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। उत्तीर्ण अंक को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से बदलाव की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हमारे पास कोई दिशा निर्देश आते हैं तो सूचित कर दिया जाएगा।

-डॉ. नरेंद्र यादव, ¨प्रसिपल, शांति देवी लॉ कॉलेज


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