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आस्था के साथ पर्यावरण की ¨चता

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: यहां के कंपनी बाग के लोगों ने एक सराहनीय पहल करते हुए इस बार गणेश चतुर्थ

By Edited By: Published: Mon, 29 Aug 2016 08:13 PM (IST)Updated: Mon, 29 Aug 2016 08:13 PM (IST)
आस्था के साथ पर्यावरण की ¨चता

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: यहां के कंपनी बाग के लोगों ने एक सराहनीय पहल करते हुए इस बार गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में केवल मिट्टी की गणेश प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया। सोमवार को इस संबंध में बुलाई बैठक में सभी लोगों ने आस्था के साथ पर्यावरण की ¨चता करने पर बल दिया। कंपनी बाग के अलावा भी शहर के लोगों से पीओपी की गणेश प्रतिमा स्थापित करने की बजाय केवल मिट्टी की गणेश प्रतिमा स्थापित करने की अपील की।

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बैठक में वैश्य महा सम्मेलन के जिला प्रधान बृजलाल गोयल, नीति आयोग की ¨हदी सलाहकार समिति के सदस्य एनके वशिष्ठ, पूर्व नगर पार्षद बलजीत यादव एडवोकेट, नगर पार्षद रामअवतार छाबड़ी, आइएमए के सचिव डा. आत्मप्रकाश यादव, कंपनी बाग आरडब्ल्यूए के प्रधान भूपेंद्र गुप्ता व अनाज मंडी आरडब्ल्यूए के उपप्रधान पवन गुप्ता तथा भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व जिला प्रधान दीपक मंगला मौजूद थे।

डा. आत्मप्रकाश ने पीओपी से बनने वाली प्रतिमा के नुकसान बताए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर बन रही प्रतिमाओं में लैड व मरकरी जैसे घातक तत्व होते हैं। जब इन प्रतिमाओं का जल में विसर्जन किया जाता है तब पेयजल के माध्यम से यही जहरीले तत्व हमारे शरीर तक पहुंचते हैं। दीपक मंगला व भूपेंद्र गुप्ता सहित अन्य सभी लोगों ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि मिट्टी की प्रतिमा भी छोटी बनानी चाहिए। इसके लिए किसी तरह की होड़ नहीं होनी चाहिए। बृजलाल गोयल, एनके वशिष्ठ, बलजीत व छाबड़ी ने कहा कि नहरी पानी में प्रतिमा का विसर्जन न हो, इसके लिए प्रशासन को भी पहल करनी चाहिए। इसके लिए पानी की कहीं अन्यत्र व्यवस्था की जा सकती है। इस अवसर पर फूलों को भी इधर-उधर पानी में फेंकने से बचने, प्लास्टिक के फूलों के इस्तेमाल से बचने, इस्तेमाल किए जा चुके प्राकृतिक फूलों को बाद में खाद बनने के लिए मिट्टी में दबाने का भी संकल्प लिया। शहर की विभिन्न संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले गणमान्य लोगों ने इस मुहिम को कंपनी बाग से आगे अन्य मोहल्लों तक पहुंचाने का भी संकल्प लिया।


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