हर्षोल्लास का संदेश देता है श्रावण मास
जासं, रेवाड़ी:श्रावण मास मानव जीवन को नए संकल्प के साथ हर्षोल्लास से जीवन बीताने का संदेश देता है। हम
जासं, रेवाड़ी:श्रावण मास मानव जीवन को नए संकल्प के साथ हर्षोल्लास से जीवन बीताने का संदेश देता है। हमें भगवान शिव की आराधना के साथ अपने अंदर छिपी बुराइयों को त्यागकर आगे बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए। श्रावण श्रद्धाभक्ति का पवित्र महीना है। इस मास को शिव महिमा का मास भी कहते हैं। शिव नाम स्मरण व उच्चारण में इतनी शक्ति है कि बम बम भोले कहने मात्र से ही मनुष्य में अदम्य साहस व अदभूत शक्ति का संचार होता है। जो शिवभक्त श्रद्धा व भक्ति से ओमकार का जप करता है उसकी भगवान शिव सभी मनोकामना पूरी करते हैं। गंगाधर कांवड़ महिमा चातुर्य मास का प्रथम मास श्रावण मास है। शिवशक्ति स्वरुप गंगा स्नान करते हैं। उन भक्तों की सभी कामनाएं पूरी होती हैं। श्रावण मास को हरियाली का प्रतीक भी माना गया है। ऐसे में यह खुशियों और उल्लास का अवसर होता है। इस माह को प्रगति करने का भी उचित अवसर माना गया है। माना भी गया है कि जीवत्व से ब्रह्मत्व की ओर जाना आध्यात्मिक प्रगति है। सत्व में स्थित होना प्रगति है। विनम्रता में अवस्थित होना प्रगति है। शिवत्व का अर्थ प्रगति या कल्याण होता है। इसलिए जो शिव है वही सुंदर है। यह जीवन दर्शन की प्रमाणित मंगलमयी कसौटी है। इसी महीन से विभिन्न त्यौहार शुरू होते हैं।
- पं. राजीव कृष्ण शर्मा, मुरली मनोहर मंदिर, ठठेरान मोहल्ला रेवाड़ी।