ठेकेदारों पर मेहरबान जनस्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मानसून पूर्व नालों की सफाई के नाम पर जनस्वास्थ्य विभाग ठेकेदार पर जमकर म
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मानसून पूर्व नालों की सफाई के नाम पर जनस्वास्थ्य विभाग ठेकेदार पर जमकर मेहरबान है। शहर के सेक्टर-3 से गुजर रहे नाले की सफाई तो कराई गई लेकिन नाले से निकला सिल्ट वहीं पर डाल दिया गया है। बारिश होते ही यह सिल्ट वापस नाले में पहुंच जाएगा।
नालों से निकलने वाले सिल्ट को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग एवं नगर परिषद कई बार आमने-सामने हो चुके हैं। सीवरेज की सफाई के दौरान निकलने वाले सिल्ट को उठाने की भी जिम्मेदारी जनस्वास्थ्य अपने ऊपर नहीं लेकर नगर परिषद पर डाल रहा है। नगर परिषद की तरफ से सिल्ट उठाने को लेकर पहले ही साफ इंकार किया जा चुका है इसके बावजूद भी जनस्वास्थ्य विभाग ने अपने यहां सफाई कर्मचारियों के नहीं होने का हवाला देकर जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। यही हालात नालों की जिसकी सफाई जनस्वास्थ्य विभाग ठेकेदारों के जरिए कराता है और इसमें सिल्ट उठाने का जिम्मा संबंधित ठेकेदार का ही होता लेकिन यहां के सेक्टर-तीन से गुजर रहे नाले की एक तरफ आधी अधूरी सफाई हुई तो सिल्ट वहीं डाल दिया गया है। कई स्थानों पर सिल्ट इतनी अधिक मात्रा में निकाला गया है कि नाल के किनारे पर कचरे का बहुत अधिक ढेर लग गया है। अब बारिश शुरू होने के साथ यह सिल्ट वापस नाले में पहुंच जाएगा इसके अलावा सेक्टर की गलियों से बहकर आने वाले दूषित पानी के साथ भी कचरा नाला में पहुंच जाता है जिससे हालात में सुधार की बजाय स्थिति बिगड़ जाती है।
ओवरफ्लो हो जाता है नाला
नाले की बेहतर ढंग से सफाई नहीं होने तथा साथ ही सिल्ट डाले जाने के कारण इसमें कचरे की मात्रा काफी बढ़ जाती है। अधिक बारिश की स्थिति में यह नाला ओवरफ्लो हो जाता है जिससे पानी की निकासी में काफी बाधा आती है। कई बार यह नाले का पानी सेक्टर के अलावा सटी अन्य कालोनियों की गलियों में भी पहुंच जाता है।
सेक्टर तीन से गुजर रहे नाले की सफाई का कार्य कराया जा चुका है। नाले की सफाई केवल पानी की निकासी के लिहाज से कराया जा रहा है जिसमें सिल्ट को उठाने की व्यवस्था नहीं की गई है।
-आरएस मलिक, कार्यकारी अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग।