Move to Jagran APP

जाति जनगणना के जारी हों आंकड़े : विद्रोही

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमे

By Edited By: Published: Sun, 05 Jul 2015 01:07 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2015 01:07 AM (IST)
जाति जनगणना के जारी हों आंकड़े : विद्रोही

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:

loksabha election banner

स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलिगेट वेदप्रकाश विद्रोही ने केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े जारी करने की मांग की है।

विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के यूपीए शासन के दौरान सभी राजनीतिक दलों की मांग पर वर्ष 2011 में संसद में यह निर्णय किया गया था कि देश में जातिगत जनगणना होगी और बाद में इस जातिगत जनगणना के साथ हर परिवार की आर्थिक व सामाजिक स्थिति का अध्ययन करने का प्रावधान भी किया था। किसी भी देश के दीर्घकालिक व सही विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाएं बनाने के लिए देश की आर्थिक व सामाजिक स्थिति का ज्ञान होना आवश्यक है। सरकार ने 17 करोड़ 91 लाख ग्रामीण परिवारों व 6 करोड़ 48 लाख शहरी परिवारों सहित कुल 24 करोड़ 39 लाख परिवारों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति के आकड़ें जारी करके सही काम किया है। सरकार को देश में किस जाति की कितनी जनसंख्या है और हर जाति की आर्थिक व सामाजिक स्थिति भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जब सरकार को जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक ही नहीं करने थे, तो यह जातिगत जनगणना करवाने के लिए अरबों रुपये व तीन-चार साल के अमूल्य समय की बर्बादी क्यों की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.