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सेकेंड लीड : किसानों से अन्याय हुआ तो इस्तीफा सौंप देंगी पंचायतें

फोटो नंबर: 27 -महापंचायत में किसानों ने सरकार को दिया 23 तक फैसला करने का अल्टीमेटम -कैबिनेट की

By Edited By: Published: Mon, 22 Dec 2014 01:05 AM (IST)Updated: Mon, 22 Dec 2014 01:05 AM (IST)

फोटो नंबर: 27

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-महापंचायत में किसानों ने सरकार को दिया 23 तक फैसला करने का अल्टीमेटम

-कैबिनेट की बैठक में किसानों के हित में निर्णय नहीं हुआ तो 27 को आसलवास में करेंगे बड़ी महापंचायत

संवाद सहयोगी, बावल: बावल क्षेत्र के 16 गांवों की 3664 एकड़ जमीन के अधिग्रहण का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। रविवार को यहां के कसौली गांव में हुई महापंचायत में किसानों ने एकजुटता दिखाते हुए राज्य सरकार को 23 दिसंबर को होने वाली केबिनेट की बैठक में किसानों की मांग के अनुरूप फैसला लेने का अल्टीमेटम दिया। ऐसा नहीं करने तथा किसानों से अन्याय करने पर भूमि अधिग्रहण से प्रभावित सभी 16 गांवों की पंचायतें सामूहिक इस्तीफा सौंप देंगी।

कसौली स्थित बाबा बाघ वाला मंदिर में हुई महापंचायत में 23 तक किसानों के हित के अनुसार फैसला नहीं लेने पर 27 दिसंबर को आसलवास गांव में इससे भी बड़ी महापंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया। दोपहर के समय गांव पातुहेड़ा निवासी उमराव शर्मा ने की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान एकजुट थे।

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पंचायत में उठे अन्य प्रमुख मुद्दे

-किसानों को न्याय न मिनने पर 16 गांवों की ग्राम पंचायतों का सामूहिक इस्तीफा तो होगा ही, प्रभावित गांवों के किसान इलाके की अन्य पंचायतों से भी इस्तीफा देने का अनुरोध करेंगे।

-महापंचायत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। भाजपा पर जमकर कटाक्ष किया गया। किसानों ने कहा कि सीएम नहीं समझते किसानों का दर्द।

-वक्ताओं ने कहा, किसान सरकार का आमना-सामना करने के लिए तैयार हैं। फूट डालो की नीति नहीं चलेगी। किसान एकजुट हैं।

-वक्ताओं ने कहा सत्ता में आने से पहले भाजपाई जमीन नहीं लेने का वादा करते थे, लेकिन अब इन्हें वादे याद नहीं हैं।

इनसेट:

मर जायेंगे लेकिन कम दामों पर नहीं देंगे जमीन

किसान पंचायत में सभी किसानों ने एक सुर में कहा कि मर जाएंगे, परंतु अवार्ड की घोषणा के अनुसार इतने कम दामों पर अपनी जमीन का कब्जा नहीं देंगे। दो करोड़ रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिये जाने पर भी किसानों ने एकजुटता दिखाई। आसपास के अन्य गांवों के लोग भी किसान महापंचायत में पहुंचे। वक्ताओं ने गैर कृषकों की चिंता करने की जरूरत पर भी बल दिया। इस अवसर पर रामकिशन महलावत, बंसीराम पातूहेड़ा, जीआर चौकन, बने सिंह खेड़ा मुरार, सुभाष छाबड़ी, सरपंच जगदीश, देशराज, कृष्ण जेलदार, गुड़गाव निवासी कर्नल शिव यादव, प्रताप, अमृत सिंह एडवोकेट , रामपाल, पूर्व डीएसपी जगमाल, मास्टर नारायण, रोशनलाल, सरपंच बलबीर, सुखराम, रामौतार भूढ़ला, मास्टर सतबीर, पूर्ण अवतार, फूल सिंह, महिपाल, ईश्वर सिंह ऐडवोकेट आदि कई गणमान्य लोग मौजूद थे।


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