पशुओं के लिए टीकाकरण जरूरी : डा. भूप
फोटो: 19एनएआर-17 -पशुधन लोगों को दुग्ध उपलब्ध कराने एवं आर्थिक वृद्धि का मुख्य स्रोत -पशु पालन
फोटो: 19एनएआर-17
-पशुधन लोगों को दुग्ध उपलब्ध कराने एवं आर्थिक वृद्धि का मुख्य स्रोत
-पशु पालन विभाग हरियाणा द्वारा नि:शुल्क विशेष अभियान चलाया गया
संवाद सहयोगी, महेद्रगढ़ :
पशु पालन विभाग के एसडीओ एवं वरिष्ठ पशु रोग चिकित्सक डा भूप सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में पशुधन लोगों को पर्याप्त मात्रा में दुग्ध उपलब्ध करवाने एवं लोगों की आर्थिक वृद्धि का मुख्य स्रोत है।
हरियाणा सरकार लोगों के पशुधन को स्वस्थ रखने पर विशेष ध्यान दे रही है। जिसके अंतर्गत पशुओं को गलघोंटू रोग से बचाने के लिए पशु पालन विभाग हरियाणा द्वारा नि:शुल्क विशेष अभियान चलाया गया है। इस अभियान का फायदा उठाने के लिए सभी पशु पालक अपने पशुओं को गल घोटू रोग के टीके अवश्य लगवाएं।
डा. भूप सिंह ने बताया कि गलघोटू एक भयंकर बीमारी है। इस रोग के होने पर पशु का गला सूज जाता है तथा पशु खाना-पीना छोड़ देता है। गला फूल जाने के कारण पशु सास भी नहीं ले पाता और चंद दिनों मे ही पशु की मौत हो जाती है, जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हो जाता है, जिसकी भरपाई करने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार की दिक्कतों से छुटकारा पाने के लिए समय से पूर्व गलघोटू रोग का टीका पशुपालकों को अपने पशुओं को लगवा लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि गलघोटू रोग से पशुओं को बचाने के लिए पशु पालन विभाग द्वारा डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान चलाया गया है।
डा. भूप सिंह ने बताया कि क्षेत्र में स्थापित सरकारी पशु अस्पतालों के चिकित्सकों द्वारा घर-घर जा कर पशुओं को गलघोटू रोग से बचाव के टीके नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। पशुपालकों के सभी पशुओं का टीकाकरण करने का विभाग का प्रयास है। उन्होंने पशुपालकों को आह्वान करते हुए कहा है कि वे अपने सभी पशुओं को गलघोटू रोग से बचाव का टीका जरूर लगवाएं। टीकाकरण विशेष अभियान के अंतर्गत महेंद्रगढ़ उपमंडल के करीब एक लाख 50 हजार पशुओं को गलघोटू रोग के टीके नि:शुल्क लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सर्दी के इस मौसम में गलघोटू रोग होने की संभावना ज्यादा रहती है तथा यह रोग होने पर पशु को बचाना मुश्किल है इसलिए यह रोग होने से पहले ही पशुओं का टीकाकरण आवश्यक है।
पशु पालन विभाग के एसडीओ डा. भूप सिंह ने बताया कि गलघोटू रोग टीकाकरण विशेष अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को माजरा खुर्द, जाट, जाटवास, भगडाना, सतनाली, रसूलपुर, पल्ह आदि 24 गावों में करीब दस हजार पशुओं को गलघोटू रोग से बचाव के टीके नि:शुल्क लगाए गए है।