रजिस्टरों में ही पढ़ रहे हैं छात्र
-स्कूलों में फर्जीवाड़े को लेकर स्कूलों में चल रही है जांच -24 दिसंबर को शासन को भेजी जाएगी जांच र
-स्कूलों में फर्जीवाड़े को लेकर स्कूलों में चल रही है जांच
-24 दिसंबर को शासन को भेजी जाएगी जांच रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, नारनौल : जिले के राजकीय प्राथमिक एवं स्कूलों में बच्चों के पढ़ने का सच, कितना सच कितना कड़वा है कि कहीं स्कूलों में पशुओं का गर्भाधान हो रहा है तो कहीं एक शिक्षक महज एक बच्चे को पढ़ा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि यथा स्थिति से कोई अधिकारी अंजान हो। कई बार स्कूलों की यथा स्थिति के बारे में समाचार प्रकाशित करने व अधिकारियों के संज्ञान में डालने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्थिति यह है कि स्कूलों में प्रवेश के नाम पर छात्रों के फर्जीवाड़े की जांच कराने के लिए पूरे प्रदेश में शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है जो 24 दिसंबर को जांच रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।
जिले में फर्जीवाड़े की जांच करने के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संतोष तंवर ने स्कूलों में छात्रों की संख्या जांच की गंभीरता को लेकर फटकार भी लगाई। इसके बावजूद जांच की प्रक्रिया धीमी गति से चल रहा है। कनीना क्षेत्र के मेघनवास राजकीय प्राथमिक पाठशाला में सिर्फ 14 बच्चों का दाखिला है, लेकिन ये भी फर्जी हैं। किसी अधिकारी के दौरे के समय बच्चों को र्ईट भट्ठों से बुला लिया जाता है जबकि नियमित तौर पर स्कूल में एक या दो बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी अपनी रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों के पास भेज चुकी हैं।
इसी तरह अटेली के प्राथमिक पाठशाला शक्ति नगर में एक छात्र और एक शिक्षक हैं जबकि मंडी अटेली के कई स्कूलों में यथा स्थिति से अधिक छात्रों की संख्या दिखाई गई है। गुजरवास के स्कूल में मात्र पांच-छह बच्चों का ही दाखिला है। इस मामले में स्कूलों की जांच कर रहे शिक्षकों एवं खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी पूरी तरह से चुप्पी साधे हैं। एक मौलिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिला स्तर से 24 दिसंबर को मामले की जानकारी मिलेगी कि किस स्कूल में कितने छात्र पढ़ रहे हैं।
कुछ स्कूलों में इस तरह की बात पता चली है। मैने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल, हेडमास्टर ब्लाक शिक्षा अधिकारियों की मीटिंग लेकर उन्हें बच्चों के दाखिले में सत्यापन करने को कहा है। किसी बच्चे का निजी व सरकारी दोनो स्कूलों में दाखिला है तो एक जगह से नाम हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
-संतोष तंवर, जिला शिक्षा अधिकारी