बाटम:अरावली की गोद में बसे कस्बे में नहीं है दमकल सुविधा
-चारों ओर से जंगलों से घिरा है,फिर भी सुविधा नहीं फोटो 22 एनएआर 04 राजेश शर्मा, नागल चौधरी: अराव
-चारों ओर से जंगलों से घिरा है,फिर भी सुविधा नहीं
फोटो 22 एनएआर 04
राजेश शर्मा, नागल चौधरी: अरावली की गोद में बसा नागल चौधरी कस्बा चारों ओर से जंगलात से घिरा होने की वजह से आगजनी की घटनाओं से जुड़ा जिले का प्रथम कस्बा है। फिर भी इस कस्बे को दमकल की सुविधा नसीब नहीं हो सकी है। नगरपालिका बनने के बावजूद भी प्रशासन इस सुविधा पर पहल नहीं कर रहा है। जिससे त्योहारों पर यह असुविधा कई बार बहुत बड़ी घटना का कारण बन जाती है।
गत वर्ष नियामतपुर गाव के साथ लगती अरावली की जंगलात में आग लगने से पाच नायक परिवारों के अलावा विधवा का आशियाना भी आग की चपेट में आकर जल कर राख हो गया था। यहा आगजनी की दर्जनों घटनाऐं घट चुकी है। परंतु प्रशासन कस्बे में दमकल की सुविधा नहीं कर पा रहा है। कस्बे में दमकल सुविधा को लेकर क्षेत्रवासी कई बार प्रशासन से माग कर चुके है। लेकिन आज तक उनकी माग पर गौर नही किया गया। यूं तो आग लगने के समय जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौके पर पहुच जाते है तथा पीड़ित को नुकसान का मुआवजा दिलाने की बात कहकर लौट जाते है। लेकिन भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं होने पर समय रहते नुकसान को रोक पाने के लिए प्रयास करते दिखाई नहीं दे रहे है।
जानमाल का हो चुका है नुकसान : गत वर्ष बूढ़वाल पेट्रोल पंप के पास आधी रात को एक पेंट के केंटर के पलट जाने व केंटर में लगी आग के कारण चालक जिंदा जल गया था। जबकि मौके पर पहुंची पुलिस असहाय बन दूर खड़ी तमाशबीन बनी रही। मौके पर पानी नहीं होने से गाव वाले भी आग बुझाने में स्वयं को असमर्थ समझा।
इसी प्रकार गाव नायन में आग लगने से एक दर्जन बकरी, नियामतपुर गाव के एक किसान के कुएं पर बने पशुओं के मकान में आग लगने से दो भैंस, दो कटड़ी व एक बकरी, गाव अमरपुरा दताल, शहबाजपुर आदि में आग लगने से हजारों का ईधन जलकर राख हो गया था।
दूरी बन जाती है अभिशाप : नांगल चौधरी क्षेत्र में आग लगने पर कस्बे से 30 किलोमीटर दूर नारनौल नगर परिषद से दमकल भिजवाई जाती है। लेकिन जिला मुख्यालय से इन स्थानों की दूरी अधिक होने की वजह से आग सब कुछ स्वाहा कर देती है। दमकल कर्मचारियों को कई बार लोगों के गुस्से का शिकार भी होना पड़ता है।
कस्बे में हो एक दमकल : क्षेत्र के प्रबुद्धजन दयाराम यादव, हरि सिंह, रामेश्वर व ताराचन्द आदि का कहना है कि नगरपालिका का दर्जा प्राप्त कस्बे व आसपास के क्षेत्र में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए नांगल चौधरी में एक उच्च क्षमता की दमकल होनी चाहिए। आपदा अधिकारियों को भी चाहिए कि वे कस्बे के आगजनी का एक वर्ष का रिकार्ड देखकर यहा दमकल सुविधा उपलब्ध करवाने की पहल करे।