परमिट देने के विरोध में रोडवेज कर्मियों ने किया प्रदर्शन
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-आरटीए कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
-परमिट प्रक्रिया बंद नहीं करने की स्थिति में हड़ताल की चेतावनी
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने शुक्रवार को 3519 निजी बसों के परमिट देने की शुरू की गई प्रक्रिया के विरोध आरटीए कार्यालय पर प्रदर्शन करके प्रक्रिया को बंद करने की मांग सहायक आरटीए को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन से पूर्व डिपो परिसर में आयोजित कमेटी की बैठक रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रधान कैलाश चंद तथा वीरसिंह यादव की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ सरकार ने 3519 परमिटों को देने की जांच के लिए कमेटी बनाई हुई तो दूसरी तरफ परमिट देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का मकसद अपने चहेतों को लाभ पहुंचाना है और इस समय जो प्राइवेट बसें अपने निर्धारित मार्ग पर चलने की बजाय दूसरे रूट पर चल रही है उन्हें उसी रूट का परमिट दिया जा रहा है। इससे रोडवेज का घाटा और बढ़ेगा तथा गांवों की जनता को काफी परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि चुनाव के समय रोडवेज बेड़े में 10 हजार बसों को शामिल करें। वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने परमिट देने की प्रक्रिया बंद नहीं की तो रोडवेज का चक्का जाम किया जाएगा।
बैठक के बाद यूनियन पदाधिकारी तथा कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए आरटीए कार्यालय पहुंचे तथा वहां पर सहायक आरटीए ओमप्रकाश मोर को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर देवेंद्र तिवाड़ी, सुभाष चंद, रामौतार, सज्जन सिंह, सूबेसिंह, हनुमान, सुमेर सिंह, यशपाल खोला, महावीर माल्हा, अजीत सिंह, मुकेश कुमार, सुजान सिंह, विद्यासागर बोलनी, सहीपाल व बिशंबर दयाल मौजूद थे।