शिक्षा और व्यवहार में अंतर से बढ़ रही असमानता की भावना
यूथ फैक्टर का लोगो लगाएं
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फोटो संख्या 24, 25
-ठोस नीति व्यावहारिक रूप में लागू करनी चाहिए
-जल्द आक्रामक होना कई बुराइयों को जन्म दे रही
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार, बेईमानी, रिश्वतखोरी और भाई भतीजावाद हावी होने के कारण नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है। युवाओं का कहना है कि भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ठोस नीति व्यावहारिक रूप में लागू करनी चाहिए। युवाओं की नजर में आज मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार ही है। किताबी ज्ञान और व्यावहारिक रूप में हो रहे अंतर और भेदभाव को लेकर उनमें असंतोष की भावना बढ़ रही है। यही कारण है कि युवाओं में सहनशक्ति घटने के साथ जल्द आक्रामक होना कई बुराइयों को जन्म दे रही है। योग्यता होते हुए भी युवाओं को रोजगार नहीं मिलने से असंतोष की भावना पनप रही है।
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युवाओं में बढ़ रहे असंतोष का मुख्य कारण भ्रष्टाचार है। इसपर अंकुश लगाने के बाद सभी व्यवस्थाएं सुधर जाएंगी। शिक्षा से लेकर रोजगार तक भ्रष्टाचार का सहारा लेना आज मजबूरी बन गई है। भ्रष्टाचार के कारण ही रोजगार में भाई भतीजावाद हावी हो रहा है। इस पर रोक लगाने के लिए व्यापक स्तर पर बदलाव करने की जरूरत है।
-परमजीत, जाहिदपुर।
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आज का प्रमुख मुद्दा युवाओं को रोजगार और उनकी योग्यता सदुपयोग नहीं होना है। राजनेताओं द्वारा उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के कारण उनमें राजनीति के प्रति रूझान घट रहा है और असामाजिक गतिविधियों में संलिप्तता बढ़ रही है। रोजगार में सिफारिश और भाई भतीजावाद के हावी होने से आम लोगों को मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। इन समस्याओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार और प्रशासन को ठोस नीति बनाने की जरूरत है।
-सुभाष, बावल।