सही है वक्त, यही है वक्त, बचा लो दरख्त
जागरण संवाददाता, पानीपत : एसडी पीजी कॉलेज में चौथे राज्य स्तरीय वसंतोत्सवका शुभारंभ कुरुक्ष्
जागरण संवाददाता, पानीपत :
एसडी पीजी कॉलेज में चौथे राज्य स्तरीय वसंतोत्सवका शुभारंभ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विज्ञान अधिष्ठाता डॉ. श्याम कुमार ने किया। दो दिवसीय प्रदर्शनी के पहले दिन 500 से ज्यादा लोगों और 15 से अधिक संस्थाओं ने अपने फूल प्रदर्शित किए। स्कूली बच्चे भी प्रदर्शनी में शामिल हुए।
एसडी कॉलेज में चौथे राज्य स्तरीय
वसंतोत्सव पुष्प प्रदर्शनी में जिले से विभिन्न शिक्षण एवं गैर शिक्षण संस्थाओं के मालियों ने अपने फूल प्रदर्शित किए। प्रदर्शनी के प्रवेश द्वार पर ही 'सही है वक्त, यही है वक्त बचा लो दरख्त' से पेड़ बचाने का संदेश लगा था। शहर से बाहर अन्य जिलों से भी स्कूलों ने राज्य स्तरीय पुष्प प्रदर्शनी में भाग लिया।
रिफाइनरी ने लगाई 20 प्रजातियां:
कॉलेज की पर्यावरण बचाओ समिति की ओर से आयोजित प्रदर्शनी में पानीपत रिफाइनरी की ओर से 20 प्रजातिया लगाई गई। हाइब्रिड लिली प्रजाति सबसे अलग रही। माली राम विशूल ने बताया कि हर प्रजाति के 5 गमले यहां लेकर आए हैं। इसके अतिरिक्त आईबी कॉलेज, एसडीवीएम जूनियर विंग और एमएएसडी स्कूल ने भी अपने पौधे प्रदर्शित किए।
मुख्य अतिथि डॉ. श्याम कुमार ने कहा कि ऐसे आयोजनों से जैव विविधता को समझने का बेहतर मौका मिलता है। औद्योगिक नगर होने के कारण पानीपत में प्रदूषण अधिक है। यह पुष्प प्रदर्शनी लोगों को पर्यावरण व हरियाली के संरक्षण के प्रति जागरूक करेगी।
एसडी एजुकेशन सोसाइटी के प्रधान रोशन लाल मित्तल ने कहा कि यह आयोजन तभी सफल होगा, जब लोग मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करेंगे। प्रधान दिनेश गोयल ने कहा कि दिनचर्या में से थोड़ा सा समय निकालकर पौधे लगाएं और इनकी देखभाल करने का प्रयास करें तो सकारात्मक परिणाम अवश्य सामने आएंगे।
प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने बताया कि इस बार पानीपत रिफाइनरी के पौधे विशेष आकर्षण हैं। प्रो. एसएस लाल और वनस्पति विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. प्राणनाथ निर्णायक रहे।
ये रहे मौजूद:
इस अवसर पर एसडी एजुकेशन सोसाइटी के सचिव विजय अग्रवाल, एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधान विष्णु गोयल, पवन गोयल, दिनेश गोयल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। डॉ. आईसी गोयल, डॉ. सरिता दलाल, डॉ. नवीन गोयल, प्रो. राकेश सिंगला, प्रो. मुकेश गुप्ता, डॉ. नागेश चतुर्वेदी, डॉ. प्रवीन कत्याल, प्रो. प्रवीन खेरडे, डॉ. मुकेश पूनिया, डॉ. एसके वर्मा, डॉ. बाल किशन शर्मा, प्रो. गीता परुथी, प्रो. हरविंदर जोधका, डॉ. राकेश गर्ग. डॉ. प्रियंका चादना, डॉ. रवि कुमार, डॉ. राहुल जैन, प्रो. सतीश अरोड़ा, प्रो. दीपा वर्मा, प्रो. दीपिका, प्रो. सुशीला बेनीवाल, दीपक मित्तल, प्रो. इंदु पुनिया, प्रो. ऋतु, प्रो. स्नेहा, प्रो. भावना, प्रो. पूजा मौजूद रहे।
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दूसरी बार लिया भाग:
काछवा, करनाल के सीएस इंटरनेशनल स्कूल से आई छात्रा प्रमिला ने बताया कि अध्यापिका पूनम ने पुष्प प्रदर्शनी के बारे में बताया। इससे पहले वह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग की प्रदर्शनी में भाग ले चुकी है।
प्रजातियों के फूल लाए रामचंद्र:
आईबी कॉलेज से आए माली रामचंद्र प्रदर्शनी में 9 प्रजातियों के फूल लेकर आए। वह बताते हैं कि उनके साथी लाल बाबू पिछली बार अधिक प्रजातियों के लिए पुरस्कृत किए गए थे।
फोटो 10: - 1986 से बागवानी कर रहे विनोद कुमार:
एसडीवीएम जूनियर विंग से आए माली विनोद कुमार बताते हैं कि वह 1986 से बागवानी कर रहे हैं। इस बार पेटुनिया खास तौर पर शामिल किया है। फूल पौध तैयार करने में एक माह का समय लग जाता है।