रिसाइक्लिंग प्लांट लगवाने के नाम पर सवा करोड़ रुपये की ठगी
जागरण संवाददाता, समालखा : कस्बा के पड़ाव मोहल्ला निवासी विवेक आर्य नाम के युवक के साथ सवा क
जागरण संवाददाता, समालखा : कस्बा के पड़ाव मोहल्ला निवासी विवेक आर्य नाम के युवक के साथ सवा करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोप कस्बे के ही बाप बेटे व उनके संबंधी पर लगा है। ठगी विदेश से नई रिसाइक्लिंग मशीन मंगवा कर प्लांट लगवाने के नाम पर की गई। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को देकर ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, चौकी पुलिस ने इस संबंध में तीनों के खिलाफ अमानत में खयानत व धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विवेक आर्य ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कस्बा के ही मातापुली रोड निवासी अशोक शर्मा व उसके बेटे रमन शर्मा से मेरी कुछ समय पहले मुलाकात हुई, जिनका जीटी रोड स्थित एक रिसाइक्लिंग प्लांट है। जिसमें ई वेस्ट, वायर वेस्ट रिसाइकलिंग का काम मशीन द्वारा होता है। उन्होंने अपना चालू प्लांट दिखा मुझे भी ऐसा ही प्लांट लगाने की सलाह देकर आनलाइन कुछ मशीनें दिखाते हुए बताया कि ये सब विदेश से आएंगी। जिस पर मैने सुभाष शर्मा, संजीव गोयल व मृदुल जैन के साथ मिलकर एक मैसर्स ग्रीन टैक रिसाइक्लिंग के नाम से फर्म बनाई। इसके बाद अशोक शर्मा ने उसे बताया कि मेरा संबंधी सुरेंद्र सिंगला भी अपनी यूएई की कंपनी से ऐसी मशीनें सप्लाई करते है। वो हमारे कहने के बाद आपको भी मशीन दिला देंगे।
उन्होंने गन्नौर, कुंडली व सोनीपत में ऐसी ही मशीनें सप्लाई करने के पैसे लिए हुए है, जिनमें से एक मशीन आ भी चुकी है। आर्य ने बताया कि अशोक के साथ जान पहचान अच्छी होने पर उन्होंने विश्वास में आकर विदेश से मशीन आयात करने के लिए सभी जरूरी कागजात तैयार करवाए। जिस पर उन्हें विदेश से नई मशीन आयात करने के लिए कस्टम ड्यूटी की छूट लेने के लिए ईपीसीजी लाइसेंस दिलवाया गया। फिर उन्होंने अशोक शर्मा व उसके बेटे रमन शर्मा के कहे अनुसार मशीन का रेट तय करके उनके द्वारा बताई गई कम्पनी के खाते में कैनरा बैंक समालखा के माध्यम से सवा करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। विवेक का आरोप है कि पैसे ट्रांसफर होने के बाद बाप बेटे ने साजिश के तहत एक पुरानी कंडम मशीन उनको सप्लाई कर दी। पुरानी मशीन देने पर जब हमने उनको कहां तो उन्होंने कहा कि ये गलती से आ गई है, जल्द ही इसे बदलवा देंगे। लेकिन काफी दिनों तक भी मशीन नहीं बदले जाने पर दोबारा से मशीन बदलने के लिए बोला तो उन्होंने मुझे व मेरे परिवार को उठवाकर जान से मारने की धमकी दी। विवेक का आरोप है की साजिश के तहत अशोक, उसके बेटे व संबंधी ने नई मशीन मंगवाकर प्लांट लगवाने के नाम पर दस से पंद्रह लाख की पुरानी मशीन लाकर देते हुए उसके साथ सवा करोड रुपए की धोखाधड़ी की और साथ ही नई मशीन विदेश से मंगवाने के नाम पर ईपीसीजी के लाइसेंस का गलत प्रयोग करके भारत सरकार को भी कस्टम ड्यूटी का चुना लगाया। जिसकी शिकायत उसने पुलिस को देकर धोखाधड़ी करने वाले बाप बेटे व उनकी संबंधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
क्या कहती है पुलिस
चौकी प्रभारी रोहताश सिंह का कहना है कि मामले में विवेक आर्य के बयान पर अशोक, उसके बेटे रमन शर्मा व संबंधी सुरेंद्र कुमार सिंगला के खिलाफ भादस की धारा 406, 420, 506 व 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।