विद्यालय अपग्रेड करने को बेटियों ने घर-घर से मांगा सहयोग
फोटो 30 कहा- मांग पूरी न हुई तो रोड करेंगे जाम सोमवार को स्कूल गेट पर देंगी धरना
फोटो 30
कहा- मांग पूरी न हुई तो रोड करेंगे जाम
सोमवार को स्कूल गेट पर देंगी धरना
भूख हड़ताल की दी चेतावनी
ग्राम पंचायत ने दिया समर्थन
जागरण संवाददाता, पानीपत :
नांगलखेड़ी गांव स्थित राजकीय उच्च विद्यालय को अपग्रेड करने की मांग को लेकर छात्राओं ने रविवार को भी हुंकार भरी। तपती दोपहरी में घर-घर जाकर अपनी मुहिम के लिए समर्थन जुटाया। शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि दो दिनों में मांगें पूरी नहीं हुई तो जीटी रोड जाम करने से भी नहीं हिचकेंगे। छात्राएं सोमवार को विद्यालय के गेट पर धरने पर बैठेंगी।
विद्यालय को अपग्रेड करने की मांग को लेकर सुबह करीब 9 बजे तीस से अधिक छात्राएं टोली बना कर गांव की गलियों में उतरी। हाथों में बैनर भी थाम रखा था। छात्राएं सर्वप्रथम गांव की सरपंच सुमन देवी के घर जाकर आंदोलन के लिए समर्थन मांगा। सरपंच ने आश्वासन देते हुए कहा कि वह गांव की बेटियों के साथ है। आंदोलन जारी रखें। पंचायत उनका पूरा साथ देगी। छात्राओं की एक टोली बाल कल्याण समिति पानीपत की सदस्य किरण मलिक के आवास पर भी पहुंची। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वह बेटियों की आवाज सरकार तक पहुंचाएंगी। इसके बाद छात्राओं की टोलियां एक-एक कर करीब 100 घरों में पहुंची और समर्थन मांगा। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे तक चले इस समर्थन मुहिम में चिलचिलाती धूप भी छात्राओं के तेवरों को कम नहीं कर सकी। प्यास से व्याकुल छात्राएं जैसे ही किसी घर पहुंचती उन्हें पानी का शीतल जल पीने के लिए दिया जाता।
समर्थन के आश्वासन पर लेती जल
समर्थन का आश्वासन मिलने के बाद ही छात्रा किसी घर पर पानी लेना स्वीकार करती थी। यहां बता दें कि विद्यालय को अपग्रेड करने की मांग को लेकर कक्षा दस की छात्राओं ने शनिवार को भी स्कूल गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया था। छात्राओं के अभिभावकों ने भी मुहिम में साथ दिया था।
वर्जन :
शिक्षा विभाग में स्कूल अपग्रेड करने का नियम अलग है। पांच किलोमीटर के दायरे में सीनियर सेकेंडरी स्कूल न होने पर ही किसी विद्यालय को अपग्रेड किया जा सकता है। अपग्रेड करने का निर्णय सरकार लेती है।
उदय प्रताप सिंह, डीईओ, पानीपत।
वर्जन :
जिले में कक्षा 12 वीं तक के कई ऐसे स्कूल हैं जो शिक्षा विभाग के 5 किमी के नियम पर खरे नहीं उतरते हैं। प्रदेश सरकार को बेटियों के हितों का ख्याल रखना चाहिए।
सुमन देवी, ग्राम सरपंच
राजसिंह पाल