115 गरीब बच्चों को शिक्षित करेंगे जैन समाज के लोग
जागरण संवाददाता, पानीपत जिनवाणी विद्या भारती स्कूल में जैन मुनि सौरभ सागर महाराज का प्रवेश हु
जागरण संवाददाता, पानीपत
जिनवाणी विद्या भारती स्कूल में जैन मुनि सौरभ सागर महाराज का प्रवेश हुआ। कार्यक्रम में मुनि ने शिक्षा को जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर जैन समाज के लोगों ने 115 गरीब बच्चों को शिक्षित करने का निर्णय लिया।
जिनवाणी विद्या भारती स्कूल में ज्ञानयोगी मुनि सौरभ सागर महाराज ने कहा कि शिक्षा से विनम्रता आती है। विनम्रता से वर्तमान और भविष्य का निर्माण होता है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जिस प्रकार दूध को जमाने के लिए एक चम्मच दही पर्याप्त है, उसी प्रकार अतीत के संस्कार भी मानव जीवन के लिए पर्याप्त है। वर्तमान में बच्चे स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते हैं। यहां संस्कार और शिक्षा के समन्वय से वैचारिक, शैक्षणिक भविष्य का निर्माण होता है। शिक्षा सभी के व्यक्तित्व विकास के लिए अति महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बच्चों के लिए कामना की कि इनका बचपन भगवान कृष्ण के समान आनंदित रहे। इनका यौवन राम के समान मर्यादित रहे। बुढ़ापा भगवान महावीर के समान निर्वाण वाला हो। मुनि सौरभ सागर से प्रेरित होकर कार्यक्रम में मौजूद जैन समाज के लोगों ने 115 बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन करने का निर्णय लिया।
इस अवसर पर प्रधान भूपेंद्र जैन, प्रबंधक प्रदीप जैन, प्रधानाचार्या नीलम गक्खड़ सहित अन्य स्टाफ सदस्य और अभिभावक मौजूद रहे।