पाइपलाइन सुरक्षा के लिए इजरायली तकनीक का परीक्षण सफल
जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत रिफाईनरी की भूमिगत तेल पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए ऊपर से
जागरण संवाददाता, पानीपत :
पानीपत रिफाईनरी की भूमिगत तेल पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए ऊपर से नजर रखने की तैयारी कर की जा रही है। इसके लिए मथुरा-जालंधर पाइपलाइन के दिल्ली-पानीपत सेक्शन 104.5 किलोमीटर बिंदु पर मिनी ऐरोस्टेट टेक्नोलॉजी का परीक्षण किया गया। रिफाइनरी अधिकारियों के अनुसार यह परीक्षण सफल रहा। इसे लागू करने पर विचार किया जाएगा।
पानीपत रिफाइनरी के पाइपलाइन डिविजन के महाप्रबंधक एसके बोस के अनुसार पाइपलाइन से तेल चोरी और अन्य प्रकार के अतिक्रमण को रोकने के उद्देश्य से यह तकनीक अपनाई जा रही है।
गुब्बारे के अंदर कैमरा :
राफेल कंपनी के तकनीकिअधिकारियों ने बताया कि हॉक आई ऐरोस्टेट टेक्नोलॉजी में एक बड़े गुब्बारे का प्रयोग किया गया है जिसमें कैमरा लगा है। यह कैमरा एयरबोर्न इमेजिंग सिस्टम के माध्यम से पाइपलाइन बिंदु के दोनों ओर दस किलोमीटर तक की तस्वीरें नीचे कंट्रोल रूम में भेजता है। ऐरोस्टेट बैलून में लेटेस्ट सर्विलांस सेंसर हैं जो जरा सी भी गति और हलचल को पकड़ लेते हैं।
बैठक में होगी लागू करने पर चर्चा :
रिफाइनरी के महाप्रबंधक एसके बोस ने बताया कि हवाई निगरानी के लिए हॉक आई ऐरोस्टेट तकनीक का दो द्विवसीय परीक्षण पूरा हो गया है। राफेल कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार जो गुब्बारे और कैमरे में जो खासियत हैं, वे पाइपलाइन की सुरक्षा के लिए बेहतर साबित होंगी। इस तकनीक के प्रयोग से भविष्य में पाइपलाइन से तेल चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। अब इस तकनीक के लागू करने पर विचार किया जाएगा। इसके लिए प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।