नारी का सम्मान करो दिखावा नहीं : सुनिता
जागरण संवाददाता, पानीपत : नारी को सतयुग में बहुत सम्मान दिया जाता था। आजकल केवल नाममात्र सम्मा
जागरण संवाददाता, पानीपत :
नारी को सतयुग में बहुत सम्मान दिया जाता था। आजकल केवल नाममात्र सम्मान दिया जाता है। जब तक नारी को वही दर्जा प्राप्त नहीं होगा तब तक धरा पर साकारात्मक परिवर्तन की कल्पना नहीं की जा सकती। सेक्टर 12 स्थित ओमशांति भवन में रविवार को मीडिया में नारी की भूमिका पर आयोजित सेमिनार में यह बात सुनीता ने कही।
उन्होंने कहा कि मानव प्रभू की अनुपम कृति है। सर्व शक्तिमान से संबंध जोड़ने पर ही हम ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए मन से परमात्मा का चिंतन करना होगा। उन्होंने इस अवसर पर मौजूद लोगों का ध्यान भी करवाया। भारत भूषण ने कहा कि बिना नारी के सम्मान किए कोई भी राष्ट्र तरक्की नहीं कर सकता। देश में महिलाओं का सम्मान किया जाता है। स्वामी दयानंद हो या अन्य कोई भी संत सभी ने नारी को महत्व दिया। देश की सभी नदियों का नाम नारी पर ही है। राधाकृष्ण कहें या सीताराम सभी नारी का पहले आता है। नारी गुणों की खान है। सहनशीलता, मधुरता नारी का गुण है। पुरुषों की तुलना में अपराधिक मामले में पांच प्रतिशत भी नारी नहीं होती। कार्यक्रम के संचालक राकेश मित्तल व वरिष्ठ पत्रकार अजय पुरुषोतम ने भी विचार रखे। वंदना भल्ला ने भी नारी शक्ति पर अपने विचार रखे। ज्योति ने मंच संचालन किया। कुमारी पर्ल व पूजा ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।