सुबह-सुबह सैर पर सीएम, अधिकारियों की उड़ी रात की नींद, आखिर क्यों
सीएम ने सुबह-सुबह शहर की सैर करने का मन बनाया तो अधिकारी हक्के-बक्के रह गए। न जाने सीएम साहब को क्या दिख जाए और किस पर वह क्लास ले लें। जिसका डर था वही हुआ।
जेएनएन, पानीपत: सीएम साहब ने सेहत दुरुस्त रखने के लिए सुबह सैर करने की इच्छा क्या जताई, अधिकारियों की रात की नींद उड़ गई। अधिकारियों ने आनन फानन में कर्मचारियों को भी अलर्ट कर दिया। सुबह जब सीएम सैर को निकले तो वह भड़क उठे। जानिए ऐसा क्या नजर आया उनको।
सीएम मनोहर लाल मंगलवार सुबह स्काईलार्क से शहर की सैर करने निकले। सनौली रोड, बबैल नाका और ड्रेन नंबर-1 के किनारे गंदगी देख कर निगम अधिकारियों पर नाराज हुए। डीसी सुमेधा कटारिया और निगम आयुक्त प्रियंका सोनी को शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवाने के निर्देश दिए। सुरक्षा घेरे में सीएम को पैदल चलते देख कर लोग हैरान हो गए।
सफाई व्यवस्था देख रह गए दंग
मुरथल से करनाल जाते समय सीएम मनोहर लाल बीते सोमवार की रात स्काईलार्क में विश्राम के लिए रुके। सीएम ने शहर की सफाई व्यवस्था देखने की इच्छा जताई। डीसी और निगम आयुक्त को लेकर निकल पड़े। सर्वप्रथम उनका काफिला जीटी रोड पर ड्रेन नंबर एक के पास रूका। दोनों तरफ बिखरी गंदगी का ढेर देख कर नाराजगी जताई। अधिकारियों से कहा कि ड्रेन की पुलिया के आसपास गंदगी न फैलने दें। औचक निरीक्षण कर गंदगी उठवाने की व्यवस्था करें।
आठ बजे से पहले कराएं सफाई
सीएम का काफिला सनौली रोड पर हैदराबादी चौक के पास पहुंचा। दुकानदार राकेश कुमार और गुलशन से कूड़ा उठान के बारे में जानकारी ली। दुकानदार ने बताया कि निगम के सफाईकर्मी कूड़ा उठाने नहीं आते हैं। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि शहर की सफाई सुबह 8 बजे से पहले कराने की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। दुकानदारों ने कहा कि 45 वर्ष में ऐसा पहला अवसर है जब कोई सीएम पानीपत में रुकने के बाद शहर के हालात देखने रोड पर निकले।
सफाई व्यवस्था देखते सीएम मनोहर लाल।
सब्जी मंडी चौराहे पर भीड़ जमा
नई सब्जी मंडी चौराहे पर जब सीएम पहुंचे तो सुरक्षा घेरे से थोड़ी दूर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस चौराहे से बबैल नाका ड्रेन तक सफाई व्यवस्था देखा। सेक्टर 25 बाइपास होकर नांगलखेड़ी पहुंचे। उसके बाद काफिला करनाल के लिए रवाना हो गया।
भाजपा नेताओं को नहीं लगी भनक
भाजपा नेताओं को मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण का भनक नहीं लगी। दुकानदारों ने फोन कर नेताओं को जानकारी दी। सबने अनभिज्ञता जताई। सीएम के करीबी होने का दावा करने वाले कई नेता हक्के-बक्के रह गए।