धरने पर बैठी छात्राओं के बीच आए बीइओ, मांगा एक सप्ताह का समय, बीइओ कार्यालय में फाइल देख सरपंच ने उठवाया धरना
जागरण संवाददाता, पानीपत : नांगलखेड़ी गांव में राजकीय उच्च विद्यालय को वरिष्ठ माध्यमिक तक अपग्र
जागरण संवाददाता, पानीपत :
नांगलखेड़ी गांव में राजकीय उच्च विद्यालय को वरिष्ठ माध्यमिक तक अपग्रेड करवाने की मांग को लेकर छात्राएं सोमवार को भी धरने पर बैठीं। सूचना मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी सतपाल सिंह मौके पर पहुंचे। सरपंच व छात्राओं से एक सप्ताह का समय मांगा। उन्होंने सरपंच को कार्यालय में जाकर स्कूल अपग्रेडेशन की फाइल देखने की बात कही। सरपंच सुमन देवी निजी बाइक से बीइओ कार्यालय पहुंचीं। फाइल देखने के बाद बच्चों को आश्वासन देकर धरने से उठाया।
सुबह में स्कूल खुलते ही छात्राएं जोश में दिखीं। विद्यालय अपग्रेड करवाने के लिए धरने पर बैठी नांगलखेड़ी की छात्राओं ने पूरे जोश से नारेबाजी की। धरने के आसपास पुलिस भी मौजूद रही। कुछ ही देर बाद खंड शिक्षा अधिकारी सतपाल सिंह मौके पर पहुंचे। छात्र-छात्राओं को समझाते हुए कहा कि स्कूल अपग्रेड करवाने का काम ग्राम पंचायत और जिला शिक्षा कार्यालय का है। उन्होंने बच्चों को कहा कि मामला सरकार के विचाराधीन है। प्रक्रिया पूरी होने में समय लगता है। इसलिए एक सप्ताह का समय दें। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी सतपाल सिंह से बच्चों और सरपंच की कहासुनी भी हुई।
धरना स्थल पर सरपंच व बीईओ के बीच बातचीत
सरपंच सुमन : पिछले 6 साल से सरकार को समय देते आए हैं। इस बार कैसे विश्वास करें कि सात दिन बाद परिणाम सकारात्मक होगा?
बीईओ : स्कूल को अपग्रेड करवाने के लिए पिछले वर्ष सितंबर में फाइल विभाग को भेजी गई थी। आप खुद कार्यालय चलकर देखें। फाइल हर विभाग में जाती हैं। इसमें समय लगता है।
छात्र सुधीर : कल से स्कूल की छुट्टियां हो रही हैं। फिर इस मामले को दबा दिया जाएगा।
बीईओ : हठ करना किसी समस्या का समाधान नहीं है। समझने का प्रयास करें। यदि विश्वास नहीं होता तो प्रतिनिधि के तौर पर कार्यालय में फाइल देख लें।
छात्र दीपक : जब तक सरपंच फाइल देखकर वापस नहीं आएंगी हम यहीं धरने पर बैठे रहेंगे।
बीईओ: सभी छात्र-छात्राएं यहां से स्कूल के अंदर चले जाएं। गांव के लोग विश्वास करें। ऐसी गतिविधियां खुद बच्चों के हित में नहीं हैं। इससे स्कूल का माहौल भी खराब हो रहा है।
छात्रा प्रवीन: बार-बार हम धोखा खाते हैं। इससे पहले सीएम से मिलने गए, वहां एसडीएम ने आश्वासन दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ।
बीईओ : गांव के लोगों की मांग विभाग तक पहुंच चुकी है, लेकिन ऐसी कार्रवाई में समय लगता है। बच्चे धरना प्रदर्शन कर खुद ही इस काम में देरी का कारण बन रहे हैं।
मामले की खुद करेंगे पैरवी
खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद सरपंच सुमन देवी अपनी बाइक से बीइओ कार्यालय पहुंचीं। साथ ही सरपंच पति कर्मबीर गांव के लोगों व बच्चों के साथ कार्यालय आए और वहां से विधायक महीपाल ढांडा से मुलाकात की। विधायक ढांडा ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह निजी तौर पर इस मामले की सीएम से पैरवी करेंगे। इस आश्वासन पर सरपंच व ग्रामीण वापस स्कूल के बाहर पहुंचे और विद्यार्थियों को धरने से उठवाया।
घर बैठी हैं काफी छात्राएं: पिछले वर्ष इसी स्कूल की काफी छात्राएं आगे की पढ़ाई करने से वंचित हैं। वे घर पर ही बैठी हैं। अब हमें अपने भविष्य की चिंता हो रही है। हम घर नहीं बैठना चाहते।
-लक्ष्मी, छात्रा
जरूरत पड़ी तो पीएम को लिखेंगे पत्र
बच्चों के भविष्य का सवाल है। अभिभावक हाइवे और खराब माहौल के कारण बच्चों को दूसरे गांव नहीं भेजना चाहते। जरूरत पड़ी तो पंचायत पीएम को भी पत्र लिखेगी। - कामरेड भीम सिंह, ग्रामीण।