स्टंट का वीडियो डिलीट कर भाग गया साथी
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेल्फी लेने के दौरान स्टंट करते समय ट्रेन की चपेट में आए दो युवक
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेल्फी लेने के दौरान स्टंट करते समय ट्रेन की चपेट में आए दो युवकों में से एक 15 मिनट तक तड़पता रहा। उसके तीसरे साथी ने न तो बचाने का प्रयास किया और न परिजनों को सूचना दी। प्रत्यक्षदर्शी महावीर ने परिजनों और पुलिस को सूचना दी। जीआरपी मौके पर पहुंची लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
प्रत्यक्षदर्शी सेक्टर 6 निवासी सेवानिवृत शिक्षक महावीर ने बताया रविवार शाम तीन युवक रेलवे ओवरब्रिज के पास लाइन पर बैठे थे। दो युवक लाइनों पर सेल्फी ले रहे थे, उनका साथी पास में खड़ा था। करनाल की तरफ से ट्रेन आती दिखाई दी। दो युवक लाइन के दोनों तरफ आमने-सामने खड़े हो गए, जबकि तीसरा मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। दोनों युवक स्टंट करने लगे तो ट्रेन की चपेट में आ गए। एक युवक दोनों लाइनों में बीच और दूसरा डाउन लाइन के पास जाकर गिरा। महावीर तुरंत मौके पर पहुंचे और उनके साथी से बात की। उस समय एक युवक जिंदा था। उन्होंने उनके साथी से बातचीत की। उससे युवकों के परिजनों को मोबाइल नंबर मांगा लेकिन उसने नहीं बताया। युवक ने अपने परिजनों से बात की। इसके बाद स्टंट का वीडियो डिलीट करके वहां से भाग गया।
मोबाइल में बैलेंस नहीं
प्रत्यक्षदर्शी ने युवकों की जेब से मोबाइल फोन निकालकर नंबर मिलाया लेकिन दोनों में बैलेंस नहीं था। उसने डायल नंबरों में से एक पर मोबाइल से कॉल की। वह नंबर एक युवक परिजनों का था। उसने उसको हादसे में बारे में सूचित किया। पुलिस को भी सूचना दी।
छह बजे दोनों इकट्ठे देखे गए
आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि हैप्पी 3 बजे अपने घर से निकला था। शाम 6 बजे हैप्पी और हन्नी फतेहपुरी चौक पर इकट्ठे देखे गए। दोनों बाइक पर थे। उस समय तीसरा युवक उनके साथ नहीं था। तीसरा युवक कौन था, कुछ पता नहीं है? रात को पता चला कि दोनों युवक ट्रेन की चपेट में आ गए।
कॉल डिटेल का लेगी सहारा
परिजनों ने किसी पर कोई आरोप लगाया लेकिन दबी जुबान में कह रहे थे कि तीसरे युवक का पता लगाया जाए। उसके सामने के आने के बाद हादसे की सच्चाई का पता लगेगा। जीआरपी एसएचओ ब्रजपाल ने बताया कि युवकों मोबाइल नंबर ले लिए हैं। कॉल डिटेल निकलवा कर तीसरे युवक का पता लगाया जाएगा।
सेल्फी मानसिक बीमारी हो सकती है
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. मोना नागपाल का कहना है कि युवा वर्ग सेल्फी की तरफ आकर्षित होने लगा है। अमेरिका के मनोरोग विशेषज्ञों के मुताबिक सेल्फी लेना मानसिक बीमारी है। उसके मन में एक विचार बार-बार आता है। जिस तरह इंडिया में सेल्फी का क्रेज बढ़ रहा है, आने वाले दिनों में अमेरिका जैसा हाल हो जाएगा। अगर बच्चा जरूरत के अधिक सेल्फी लेता है तो मनोरोग विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। स्टंट करते समय सेल्फी लेने से बच्चों को रोकना चाहिए।
यह है मामला
नागपाल कालोनी का शुभम उर्फ हन्नी और पटेल नगर निवासी हैप्पी स्टंट करते हुए ट्रेन की चपेट में आ गए थे। दोनों की मौके पर मौत हो गई थी। शुभम तीन बहनों का इकलौता भाई था, हैप्पी भी दो बहनों का अकेला भाई था। दोनों परिवारों के चिराग बुझ गए। हादसे का पता लगने के सोमवार को दोनों परिवारों के जान-पहचान वाले सिविल अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद जीआरपी ने शव परिजनों को सौंप दिए। परिजनों ने गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।