चेयरमैन बनाकर चौधर दर्शन वधवा के हाथ
जागरण संवाददाता, पानीपत : संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान तो अनिल मदान चुन लिए गए लेकिन चौधर च
जागरण संवाददाता, पानीपत :
संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान तो अनिल मदान चुन लिए गए लेकिन चौधर चलेगी दर्शन वधवा की। दरअसल, मदान ने अपनी जंबो कार्यकारिणी में दर्शन वधवा को चेयरमैन घोषित कर दिया। इससे पहले वधवा के पीछे हटने से ही अनिल मदान प्रधान बने थे। बुधवार को पीडब्लूडी विश्रामगृह में संयुक्त व्यापार मंडल की कार्यकारिणी की घोषणा की गई।
कार्यकारिणी की घोषणा करते वक्त नवनिर्वाचित प्रधान अनिल मदान ने कहा कि पहली बार संयुक्त व्यापार मंडल में चेयरमैन का पद स्थापित किया जा रहा है। यह एक अहम कार्य है। पूर्व प्रधान दर्शन लाल वधवा के मार्गदर्शन में व्यापार मंडल काम करेगा। जीत मैनी, जगदीश लाल आहूजा, सुनील अरोड़ा, मुलख राज मक्कड़, कर्मचंद नारंग को सरपरस्त बनाया गया। सलाहकार मंडल की स्थापना भी की गई। इसमें मोहन लाल सिंगला, प्रेम अरोड़ा, अशोक सलूजा को शामिल किया गया। विशेष आमंत्रित सदस्यों में विधायक पति सुरेंद्र रेवड़ी तथा पार्षद अशोक नारंग को शामिल किया गया।
छह उपप्रधान बनाए गए। इनमें पार्षद सुनील वर्मा, राजू चावला, सुरेश बवेजा, राजीव सोनी, कृष्ण फुटेला, लक्की शर्मा शामिल है। राजेश सूरी, विपिन चुघ तथा गौरव लिखा को महामंत्री बनाया गया। सचिव पद पर विजय कक्कड़, सुनील कुमार, चंद्र सहगल, बाबू राम भाई बरेजा, मुनीष सड़ाना, दर्शन बवेजा नियुक्त किए गए। कोषाध्यक्ष पद महेंद्र हूडिया को दिया गया। प्रेस सचिव सुशील भराड़ा बनाए गए। कार्यकारिणी में निशांत सोनी, योगेश, अशोक चौधरी, कविराज, लक्की मेहता, राजीव खरबंदा, इंद्रजीत कथूरिया, चरणजीत व संजय शर्मा को शामिल किया गया। वहीं आजीवन सदस्य बिंदू मनुजा, कीमती लाल, अशोक सड़ाना को बनाया गया। 36 एसोसिएशन के सभी प्रधान को किसी न किसी पद पर नियुक्त किया।
अभी तक प्रधान करते थे प्रतिनिधित्व
भी तक संयुक्त व्यापार मंडल को प्रधानों से जाना जाता रहा है। भविष्य में ऐसा नहीं होगा। दो माह में एक व्यापारी सम्मेलन बुलाया जाएगा, जिसमें व्यापार मंडल में शामिल एसोसिएशन के सभी छह हजार सदस्य भाग लेंगे।
राजेश सूरी ने दिया त्यागपत्र
महामंत्री बनाए गए राजेश सूरी ने त्यागपत्र देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 36 प्रधानों में तीन-तीन महामंत्री बनाने का क्या अर्थ है। महामंत्री का पद एक ही होता है। बता दें कि राजेश सूरी प्रधान पद के दावेदार थे। बाद में उन्होंने अनिल मदान को समर्थन दे दिया था। वहीं दूसरे दावेदार मुलख राज को सरपरस्त का पद नवाजा गया है। प्रधान अनिल मदान ने सभी को खुश करना का प्रयास किया है। राजेश सूरी के इस्तीफे के संदर्भ में चेयरमैन बनाए गए दर्शन वधवा ने कहा कि सूरी को मना लिया जाएगा। गौरव लिखा ने भी यह कह कर पद नहीं लेना चाहा था कि उनसे वरिष्ठ बहुत है लेकिन उन्हें पद दे दिया गया।