नकदी संकट को लेकर बंटे बबैल के ग्रामीण
जागरण संवाददाता, पानीपत : नकदी संकट गहराने से बबैल के ग्रामीण पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारि
जागरण संवाददाता, पानीपत : नकदी संकट गहराने से बबैल के ग्रामीण पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों से परेशान हैं। ग्रामीण कैश चहेतों को देने का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी तरफ महिला बैंककर्मी बेवजह परेशान करने पर उपभोक्ताओं को दुर्व्यवहार का केस दर्ज करवाने की बात कह रही है।
पानीपत शहर से 10 किलोमीटर दूर इस गांव में नकदी से जूझते ग्रामीण पक्ष विपक्ष में बंट गए हैं। गांव के सरपंच सहित ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक प्रबंधक अपने चहेतों को तो नकदी दे रहा है, जबकि गांव के लोगों को नकदी नहीं मिल रही। गांव से बाहर के लोगों को नकदी दी जा रही है। सुबह से शाम तक लोग बैंक में लाइनें लगा कर वापस लौटने पर मजबूर है। सरपंच ने जांच की मांग भी की है।
गांव के सरपंच राकेश अहलावत ने लिखित शिकायत प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, मुख्यमंत्री सहित जिला प्रशासन को दी है। सरपंच का कहना है कि पीएनबी के प्रबंधक नकदी देने के मामले में धांधली कर रहे हैं। बैंक में नकदी लेने आने वालों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इस बैंक का एक कर्मचारी सुबह अन्य गांव के लोगों के लिए चेक, पैसे अपने साथ लेकर आता है। शाम को पैसे लेकर वापस जाता है। अपने चहेतों के घरों पर पैसे देता है। जिन खाताधारकों को पैसे दे रहा है वह निंबरी गांव से है। ग्रामीणों के साथ नकदी देने में आनाकानी की जा रही है। सरपंच ने बैंक कर्मचारी प्रताप की जांच करवाने की मांग की है।
उधर गांव के ही दर्जनों लोग इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक के एलडीएम राकेश वर्मा से मिले। उनसे कहा कि बैंक अधिकारियों पर लगाया गया आरोप निराधार है। आरोप लगाने वाले बैंक अधिकारियों पर अधिक कैश देने का दबाव बना रहे हैं।
आरोप निराधार है
एलडीएम राकेश वर्मा ने बताया कि ग्रामीण देवेंद्र, सतेंद्र, बबीता, राजबाला, रामहेर, प्रदीप, पिंकी, रविंद्र, ओम सिंह, गीता आदि बैंक खाताधारकों ने लिखित रूप से बैंक अधिकारियों पर लगे आरोपों का निराधार बताया है।
मामला दर्ज करवाने की धमकी
ग्रामीण जयकुआंर, रोहताश, राजबीर ने महिला बैंक अधिकारी पर भी आरोप लगाया गया कि वह धमकी देती है यदि ज्यादा परेशान किया तो दुर्व्यव्हार का मामला दर्ज करवा देंगे।
निष्पक्ष जांच कराएंगे : राकेश वर्मा
इस संदर्भ में एलडीएम राकेश वर्मा ने बताया कि कोई भी महिला अधिकारी अपनी छवि खराब क्यों करेगी। यह सब आरोप प्रत्यारोप की राजनीति है। जो पक्ष पहले बैंक प्रबंधक को अच्छा बताता था अब उनके खिलाफ है। पहले जो गांव के सरपंच थे वे बैंक प्रबंधक के पक्ष में बोल रहे हैं। मामले की जांच निष्पक्ष रूप से कार्रवाई की जाएगी।