प्रो कबड्डी में छाए बुड़शाम के लाड़ले
विजय गाहल्याण, पानीपत
प्रो कबड्डी लीग में बुड़शाम गांव के खिलाड़ी छाए रहे। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता जसमेर गुलिया ने बकौल दबंग दिल्ली के कप्तान के साथ-साथ रेडर व डिफेंसर की दमदार भूमिका निभाई। उनकी टीम प्रतियोगिता में तो पिछड़ गई लेकिन वे टॉप पांच डिफेंसर में जगह बनाने में सफल रहे। इसी तरह से एशियन चैंपियन जसमेर सिंह उर्फ मोटा ने बतौर रेडर अपनी टीम जयपुर पिंक पैंथर को फाइनल में पहुंचा दिया। दोनों स्टार खिलाड़ियों ने अपने खेल के बूते जिले व प्रदेश का मान बढ़ाया।
जसमेर की पकड़ से निकलना रेडर के लिए मुश्किल
हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर जसमेर गुलिया सामने से आकर रेडर को जकड़ लेते थे। उसकी पकड़ से छूटना रेडर के लिए मुश्किल होता रहा। अगर छूट भी गया तो वे उसे मैदान से बाहर फेंककर अंक हासिल कर लेते थे। जसमेर का कहना है कि उसकी टीम के कई मुख्य खिलाड़ी घायल थे। इसी वजह से टीम का तालमेल सही नहीं रहा और उम्मीद के मुताबिक वे जीत हासिल नहीं कर पाए।
हंसकर विरोधी को कर देते हैं चित
ओनजीसी के फायर ब्रिगेड अधिकारी जसबीर सिंह उर्फ मोटा सिने स्टार अभिषेक बच्ची की जयपुर पिंक पैंथर टीम के अहम खिलाड़ी है। जब भी टीम लड़खड़ाई तभी जयबीर सिंह ने हंसते हुए रेड की और इसी से विरोधी टीम के खिलाड़ी झुंझलाहट में आकर अटैक करते और जसबीर इसी का फायदा उठाकर बैक किक मारकर अंक अर्जित कर लेते हैं। इसी से टीम फिर से खड़ी हो जाती और जीत हासिल कर लेती। यू मुंबा के साथ फाइनल मुकाबले में भी जसबीर से टीम को खासी उम्मीद है।
खिलाड़ियों को दिए टिप्स
बुड़शाम गांव नेशनल स्टाइल कबड्डी के चैंपियन खिलाड़ियों का मक्का है। यहां से दर्जनों स्टार खिलाड़ी निकले हैं। जसमेर गुलिया ने गांव के खिलाड़ियों को कबड्डी के टिप्स दिए और उन्हें बताया कि कबड्डी खेल में खिलाड़ी पर कम पैसा खर्च होता है। इससे वह मेहनत के बल पर नाम व शोहरत कमा सकता है। प्रो कबड्डी लीग से कबड्डी का स्तर ऊंचा हुआ है और खिलाड़ियों का भी मान बढ़ा है।
ये खिलाड़ी भी चमके
प्रो कबड्डी लीग प्रतियोगिता में जिले के कई खिलाड़ी चमके। कोलकाता टीम की ओर से खेलते हुए उग्राखेड़ी गांव के प्रवीन मलिक ने डिफेंस और नौल्था के सुनील जयपाल ने रेड से टीम के लिए खासे अंक जुटाए। इसी तरह से पंट्टीकल्याणा गांव मनोज कुमार ने पुनेरी पलटन टीम से खेलते हुए आल राउंडर प्रदर्शन किया।