जर्जर कमरे में चल रही आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी
संवाद सहयोगी, सनौली : बापौली गांव के खंडस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए जा रहे आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी का भवन अधर में लटका है। ग्रांट न आने के कारण निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। इसलिए डिस्पेंसरी स्वास्थ्य केंद्र के एक जर्जर कमरे में चल रही है, जिससे डॉक्टरों और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को हर समय कमरे की छत गिरने का डर सताता रहता है।
डॉ. मनीश शर्मा ने बताया कि आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी के भवन के लिए 10 लाख रुपये आए थे, जोकि खर्च हो चुके हैं। लेकिन डिस्पेंसरी का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। भवन निर्माण का कार्य पूरा कराने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है। निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए ग्राम पंचायत की कोई रूची नहीं है। बार-बार कहने के बावजूद भी ग्राम पंचायत ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। भवन न बनने के कारण डिस्पेंसरी स्वास्थ्य केंद्र के एक जर्जर कमरे में चल रही है। कमरे की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि लेंटर का प्लस्तर अपने आप गिरता रहता है। कई बार तो बाल-बाल बचे हैं। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवा चुके हैं, फिर भी निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया।
सरपंच नीलम देवी का कहना है आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बनाने के लिए जो ग्रांट आई थी, वह खर्च की चुकी है। भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए और ग्रांट की मांग की गई है। ग्रांट आते ही निर्माण कार्य पूरा करवा दिया जाएगा।