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आवारा कुत्तों का आतंक रोकने के लिए आगे आया महिलाओं का ग्रुप

पंचकूला नगर निगम दावा करता है कि जिले में 4500 कुत्ते हैं, जिसमें से 2800 का स्टरलाइजेशन हो चुका है। इसके बावजूद भी आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ रही है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 02:03 PM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 02:03 PM (IST)
आवारा कुत्तों का आतंक रोकने के लिए आगे आया महिलाओं का ग्रुप

जेएनएन, पंचकूला। शहर में बढ़ रहे आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए शहर में कुछ महिलाओं का एक ग्रुप सामने आया है। यह ग्रुप आवारा कुत्तों के स्टरलाइजेशन के समय विभिन्न प्रक्रियाओं में नगर निगम का साथ देगा। फिलहाल स्टरलाइजेशन पर भी सवाल उठ रहे हैं।

पंचकूला नगर निगम दावा करता है कि जिले में 4500 कुत्ते हैं, जिसमें से 2800 का स्टरलाइजेशन हो चुका है। इसके बावजूद भी आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ रही है। संभावना यह भी है कि पंचकूला में चंडीगढ़ एवं पंजाब बॉर्डर से भी आवारा कुत्ते आ रहे हैं। वालंटियर फॉर एनिमल की सदस्य इवनीत कटारिया, मीनू सोढी, मीनाक्षी, निधि, गुंजन, काव्या, पूजा शर्मा ने मेयर से मुलाकात करके कहा कि वह स्टरलाइजेशन के दौरान सेवाएं देंगी। पंचकूला में स्टरलाइजेशन बंद है और इस समय एंटी रैबीज वैक्सीन के लिए 17 लाख रुपये का बिल बन चुका है।

जब कुत्तों को वापस छोड़ा जाएगा, वहां भी साइन करवाएंगी। फीमेल डॉग का पहले स्टरलाइजेशन करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों को जहां से पकड़ा है वहीं छोड़ना चाहिए। यदि उन्हें कहीं ओर छोड़ दें, तो वह रास्ता भटक जाते हैं और वह गुस्से में लोगों को काटते हैं।

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