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हरियाणा में प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में खिलाड़ियों को तीन फीसद आरक्षण

हरियाणा में उत्‍कृष्‍ट खिलाड़ियों को प्रथम और दूसरी श्रेणी की नौकरियों में तीन फीसदी आरक्षण मिलेगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 12:42 PM (IST)
हरियाणा में प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में खिलाड़ियों को तीन फीसद आरक्षण
हरियाणा में प्रथम व द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में खिलाड़ियों को तीन फीसद आरक्षण

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को अब प्रथम और द्वितीय श्रेणी की नौकरियों में भी तीन फीसद क्षैतिज आरक्षण आरक्षण मिलेगा। सरकारी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और स्थानीय निकायों में होने वाली सीधी भर्ती में खिलाडिय़ों को इसका लाभ दिया जाएगा। प्रदेश में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए खिलाडि़यों को पहले ही तीन फीसद कोटा दिया जा रहा है।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है कि प्रदेश के होनहार खिलाड़ियों को प्रथम और द्वितीय श्रेणी में तीन फीसद आरक्षण दिया जाएगा। हरियाणा को खेल हब बनाने के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाए जा रहे हैं। ओलंपिक में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाकर पहले ही छह करोड़, चार करोड़ और ढाई करोड़ रुपये की जा चुकी है।

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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने कार्यकाल में खेल कोटे के तहत प्रदेश के चार सौ से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को पुलिस में नौकरियां दी थी। इनमें 18 खिलाडिय़ों को डीएसपी, 21 को इंस्पेक्टर, 35 को सब इंस्पेक्टर और 336 को सिपाही के रूप में पुलिस सेवा में शामिल किया गया।

खेल कोटे के तहत नौकरियों में भेदभाव के आरोपों के चलते भाजपा सरकार ने मनमर्जी से नौकरियां देने के सिस्टम पर रोक लगा दी।  राज्य की नई खेल नीति बनाने के लिए लंबे समय से मशक्कत चल रही है। पहले दौर की बैठक भी हो चुकी लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया। वर्तमान में 90 खिलाडिय़ों ने खेल कोटे के तहत नौकरी की दावेदारी कर रखी है जिन पर अंतिम निर्णय अभी नहीं हो पाया है।
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क्या है क्षैतिज (होरिजेंटल) आरक्षण

क्षैतिज आरक्षण का मतलब बिना किसी श्रेणी के आरक्षण फीसद को छेड़छाड़ किए बगैर अलग से आरक्षण देना है। मान लीजिये कि अगर किसी विभाग में 100 सीटों के लिए आवेदन मांगे गए हैं तो तीन फीसद यानी तीन सीटें इस श्रेणी के लिए अलग से निकाल दी जाएंगी।

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इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि किसी वैकेंसी में इस श्रेणी के तहत जितने लोग आवेदन करेंगे, उनकी योग्यता के मुताबिक सूची बनाई जाएगी। इसमें शीर्ष तीन उम्मीदवारों को छांट लिया जाएगा और ये उम्मीदवार जिस श्रेणी के होंगे, उस आरक्षण श्रेणी की सूची में सबसे नीचे की सीटों पर इन्हें एडजस्ट कर दिया जाएगा। अगर दोनों उम्मीदवार किसी एक ही श्रेणी के हैं तो उन्हें उसकी मेरिट लिस्ट में ही एडजस्ट किया जाएगा।
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'' हर खिलाड़ी की अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के बाद सरकारी नौकरी पाने की इच्छा होती है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने नीति बनाने का निर्णय किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों को विभिन्न विभागों में नौकरी देने के लिए जल्द ही आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। ओलंपिक खेलों में बतौर रेफरी हिस्सा लेने वाले हरियाणा के प्रशिक्षकों को भी 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।

                                                                                                  -मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।

 


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