Move to Jagran APP

बिजली कर्मियों की हड़ताल जारी, सफीदों में किसानों से हुआ टकराव

हरियाणा में बिजली कर्मचारियाें की सोमवार रात से शुरू हुई हड़ताल बुधवार को भी जारी है। इससे कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। सफीदों में किसान व हड़ताली कर्मी भिड़ गए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2016 03:19 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2016 03:21 PM (IST)
बिजली कर्मियों की हड़ताल जारी,  सफीदों में किसानों से हुआ टकराव

चंडीगढ़, [वेब डेस्क]। हरियाणा में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से राज्यभर में बिजली आपूर्ति व अन्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। राज्यभर मंगलवार रात 10 बजे शुरू हुई हड़ताल बुधवार को भी जारी है। बिजलीघरों पर पुलिस का कड़ा पहरा है। सफीदों में किसानों और हड़ताली कर्मचारियों के बीच विवाद पैदा हो गया और उनके बीच झड़प हो गई। हड़ताली कर्मचारी धरना दे रहे हैं आैर सभाएं कर रहे हैं। उन्हें अन्य कर्मचारियों का भी समर्थन मिल रहा है। फतेहाबाद के भिरडाना में बिजली आपूर्ति बाधित होने पर लोग बिजलीघर में घुस गए।

loksabha election banner

यह हड़ताल राज्य सरकार द्वारा एस्मा लगाए जाने के बावजूद हो रही है। बताया जाता है कि अधिकारी हड़ताल में शामिल कर्मचारियों की सूची बना रहे हैं। यह सूची उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी और ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्य में करीब 30 हजार कर्मचारी हड़ताल पर हैं।

जींद के सफीदों में हड़ताली कर्मचारियों से उलझते किसान।

बिजली कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल कर रहे है। हड़ताल से सरकार व प्रशासन सक्रिय हो गया है। अधिकारी बिजलीघरों व कार्यालयों के दौरे कर हालात का जायजा ले रहे हैं। बिजली वितरण निगमों का दावा है कि बिजली आपूर्ति सहित सभी सेवाएं सामान्य है, लेकिन राज्य के कई जगहों पर बिजली आपूर्ति प्रभावित हुआ है। कार्यालयों में कर्मचारियों के नहीं होने से अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुई है। बिजली बिल जमा कराने आए लोगों को भी निराश होकर लौटना पड़ रहा है।

पढ़ें : एस्मा के बीच बिजली कर्मचारियों की हड़ताल शुरू

जींद : जिले के सफीदों में धरने पर बैठे बिजली कर्मचारियों व किसानों के बीच टकराव हो गया। बिजली आपूर्ति बाधित होने से किसान आक्रोशित हो गए। किसानों ने हड़ताली कर्मचारियों पर जानबूझकर बिजली बाधित करने का लगाया। हड़ताली कर्मचारियों ने आरोप को गलत बताया।

इसके बाद किसान धरना स्थल पर हंगामा करने लगे। इस पर दोनों पक्षाें में झड़प हो गई। कर्मचारियों ने अधिकारियों पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया।

फोटो गैलरी : कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली सेवाओं पर असर

फतेहाबाद : जिले में भी कर्मचारियों की हड़ताल का बिजली सेवाओं पर असर पड़ा है। जिले के गांव भिरडाना में बिजली आपूर्ति बाधित होने पर क्षेत्र के लोग और किसान बिजलीघर में घुस गए। वे बिजली आपूर्ति सुचारू करने की मांग करते हुए हंगाम करने लगे। बाद में क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सुचारू हो गई।

फतेहाबाद के भिरडाना में बिजली आपूर्ति बंद होने पर सब स्टेशन में घुसे ग्रामीण

⁠⁠⁠हिसार : जिले में भी बिजली कर्मचारी हड़ताल हैं लेकिन यहां बिजली आपूर्ति सामान्य है। वैसे अन्य सेवाएं पर आंशिक असर पड़ा है। बिजली घरों पर पुलिस का कड़ा पहरा है। अधिकारी हड़ताली कर्मचारियों की सूची तैयार कर रहे हैं। बताया जाता कि एस्मा लगाए जाने के बावजूद हड़ताल करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यालयों में करीब 78 प्रतिश्ात नियमित कर्मचारी और करबी साढ़े 62 प्रतिशत और आउटसोर्सिंग वाले कर्मचारी हड़ताल पर हैं।

कैथल : जिले में बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं तो डीसी रेट और ठेके पर लगे कर्मी काम पर हैं । बिजली कर्मचारी रात 10 बजे से हड़ताल पर हैं। जिले में मंगलवार रात 10 बजे से लेकर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक बिजली आपूर्ति सुचारू रही, लेकिन इसके बाद इस पर असर पड़ा है।

रात में भी थोड़ी देर के लिए कई बार ट्रिपिंग हुई । शहर के पिहोवा चौक स्थित 33 केवी पॉवर हाउस में डीसी रेट और ठेके पर लगे कर्मचारी काम पर हैं और नियमित कर्मचारी हड़ताल पर हैं। यहां भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। बिजली कर्मचारी जवाहर पार्क में इकट्ठे होकर धरना व प्रदर्शन करेंगे। जिले में 824 पक्के और 347 डीसी रेट पर हैं कर्मचारी। 700 बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं।

यमुनानगर : जिले में भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं, लेकिन यहां बिजली आूपर्ति अभी तक सुचारु हैं। बिलासपुर सब डिवीजन में 86 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। बिजली दफ्तर,सूने पड़ हैं। बिजली कार्यालयों के आसपास सुरक्षा के कड़ग इंतजाम किए गए हैं।

यमुनानगर में भी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को अन्य कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन मिला है। हड़ताली कर्मचारियों कन्हैया चौक स्थित मैदान में धरना दिया और नारेबाजी की। हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में हरियाणा कर्मचारी संघ, नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा अध्यापक संघ, भारतीय किसान यूनियन, रोडवेज एसोसिएशन के नेताओं भी उनकी सभा को संबोधित किया।

कुरुक्षेत्र : जिले में भी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का सेवाओं का असर पड़ा है। बिजली कर्मचारियों को सर्व कर्मचारी संघ का भी समर्थन मिला है। हड़ताली कर्मचारियाें ने यहां ताज पार्क में सभा की। इसे सर्व कर्मचारी संघ के नेताओं ने भी संबोधित किया। कर्मचारियों ने एस्मा लगाने जाने पर विरोध जताया।

रोहतक : जिले में भी काफी संख्या में बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं। राजीव गांधी विद्युत भवन में हड़ताल के कारण सन्नाटा पसरा है। जिले में बिजली आपूर्ति सुचारू है, लेकिल अन्य सुवाएं प्रभावित हुई हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने हुडा सिटी पार्क में सभा की और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

पानीपत : जिले में भी बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं, लेकिन बिजली आपूर्ति पर अधिक असर नहीं पड़ा है। पानीपत के अलावा समालखा सहित अन्य स्थानों पर कर्मचारियों ने सभा की अौर सरकार द्वारा एस्मा लगाने जाने की निंदा की। कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी भी की।

भिवानी, सिरसा, करनाल, सोनीपत सहित अन्य जिलों में भी कर्मचारी हड़ताल पर हैं, लेकिन वहां बिजली आपूर्ति सहित सेवाओं पर अधिक असर नहीं पड़ा है। सभी जगह बिजलीघरों व उसके आसपास पुलिसकर्मी तैनात हैं। अधिकारी बिजली कार्यालयों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। दक्षिण हरियाणा के जिलों गुडगांव, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिलों में भी बिजली कर्मचार हड़लात पर हैं।

पढ़ें : नहीं टलेगी 29-30 की हड़ताल, बिजली कर्मचारियों की सरकार से वार्ता फेल

सरकार ने लगा रखा है एस्मा

हरियाणा सरकार ने बिजली कर्मियों की दो दिन की हड़ताल की घोषणा के बाद राज्य में छह महीने के लिए एस्मा लगा रखा है। एस्मा लगाए जाने के बाद कोई कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा सकता। आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) हड़ताल को रोकने के लिए लगाया जाता है। एस्मा लागू करने से पूर्व इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को सूचित किया जाता है। एस्मा अधिकतम छह माह के लिए लगाया जा सकता है।

एस्मा लागू होने के बाद अगर कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैैं तो वह अवैध एवं दंडनीय मानी जाती है। क्रीमिनल प्रोसिजर 1898 (5 आफ 1898) के अंतर्गत एस्मा लागू होने के उपरांत इस आदेश से संबंधित किसी भी कर्मचारी को बिना किसी वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है।

पढ़ें : बिजली कर्मचारी हड़ताल करेंगे पर सप्लाई नहीं रोकेंगे

ये हैं कर्मचारियों की मांगें

-23 सब-डिवीजन को निजी कंपनियों को सौंपने का फैसला वापस लिया जाए
-सभी कच्चे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से ही नियमित किया जाए
-नियमित होने तक समान काम-समान वेतन की नीति लागू हो
-नए थर्मल प्लांट लगाए जाएं और 1995 की रोजगार नीति बहाल हो
-निगमों में खाली पड़े सभी पदों पर जल्द से जल्द भर्ती की जाए

हरियाणा की ताजा और बड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.