हरियाणा में बिजली कर्मचारियाें की हड़ताल समाप्त
हरियाणा में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल बृहस्पतिवार रात 10 बजे समाप्त हो गई। इसके साथ ही लोगों को बिजली कटौती से राहत मिलने की उम्मीद है।
चंडीगढ़, (वेब डेस्क)। हरियाणा में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है। हड़ताली कर्मचारी बृहस्पतिवार रात 10 बजे काम पर लौट आए। दूसरी ओर, हड़लाती बिजली कर्मचारियों पर बृहस्पतिवार को गाज गिरनी शुरू हो गई। बहादुरगढ़ में नौ हड़ताली कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया है। प्रदेश में कई जिलों में जल्द की हड़ताल पर गए कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी है। बिजली कर्मचारी राज्य सरकार द्वारा एस्मा लगाए जाने के बावजूद हड़ताल कर रहे थे।
कर्मचारी यूनियन नेता बिजेंदर फौगाट ने बताया की ज्वाइंट एक्शन कमेटी को मुख्यमंत्री ने कर्मचारियाें की सभी जायज मागें पूरा करने का आश्वासन दिया है। शनिवार को दो बजे मुख्यमंत्री ने कर्मचारी नेताओं की बैठक बुलाई है। रात 10 बजे से ही सभी कर्मचारी काम पर लौट आए।
इससे पहले बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का प्रदेश में कई जगह असर पड़ा। कैथल के कलायत में बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते बुधवार रात में ब्लैक आउट के हालात रहे। सारी रात बिजली गुल रही। रोहतक में भी हड़ताल का असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा। यहां कई कालोनियों में अाधी रात तक बिजली गायब रही। अन्य जिलों में बिजली आपूर्ति सामान्य रही।
हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ सड़कोें पर उतर रहे लोग
हड़ताल के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होेने पर कई जगहों पर लोेग हड़ताली कर्मचारियों के विरोध में सामने आए और प्रदर्शन किया। कलायत में लोग सड़कों पर उतर आए तो रोहतक में भी लोगों ने आधी रात में अपना विरोध दर्ज कराया। बुधवार को भी राज्य में कई जगह लोग हड़ताली कर्मचारियों के विरोध में सामने आए थे। जींद के सफीदों में तो बिजली कट से परेशान किसानों की हड़ताली कर्मचारियों के साथ टकराव हो गया था।
बहादुरगढ़ में अनुबंध पर लगे नौ कर्मचारियों की सेवा समाप्त
बहादुरगढ़ में बिजली निगम ने अनुबंध पर कार्यरत नौ कर्मचारियोें की सेवा समाप्त कर दी। बेरी और झज्जर कार्यालय में कार्यरत एक-एक कर्मचारी अौर बहादुरगढ़ में कार्यालय में कार्यरत सात कर्मचारियों की सेवा समाप्त की गई । डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारियों काे नोटिस जारी किया गया है।
फाेटो गैलरी : देखें तस्वीरें : दूसरे दिन भी हड़ताल पर डटे हैं बिजली कर्मचारी
कैथल में दूसरे दिन भी कर्मचारियों की हड़ताल जारी रही और इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। शहर व आसपास के क्षेत्र में कई घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही, लेकिन बाद में हालात सुधर गए। कैथल के कलायत में बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते बुधवार रात ब्लैक आउट रहा। यहां सारी रात बिजली गुल रहने से भीषण गर्मी से लोगों की हालत खराब हो गई।
हिसार में प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी।
कलायत में बृस्पतिवार को लोगों ने हड़ताली बिजली कर्मचारियों के विरुद्ध प्रदर्शन किया। लोग शहर में 13 घंटे से अधिक समय तक बिजली गायब रही। लोगाें ने नेशनल हाई वे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे।
जींद में हड़ताल के दूसरे दिन वीरवार को किनाना, जीतगढ़, शाहपुर, सच्चा खेड़ा व गुरुसर को छोड़ दें तो बाकी जगह बिना कट के बिजली सप्लाई रही। बिजली घरों व हाई वोल्टेज लाइनों की सुरक्षा का जिम्मा सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पेट्रोलिंग पार्टियां को सौंपा गया। रेवाड़ी में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। शहरी इलाके में भी सनसिटी के निकट स्थित बिजली ट्रांसफार्मर जलने से बिजली बंद रही।
जींद जिले के शाहपुर में ग्रामीणों ने बिजली नहीं आने के विरोध में जींद-कैथल रोड जाम कर दिया। इससे वाहन चालकों और यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
जींद के शाहपुर में जींद-कैथल मार्ग पर जाम लगाते लोग।
राेहतक में भी बिजली कट से परेशान हुए लाेग
रोहतक जिले में भी बिजली हड़ताल का असर दिखा। बुधवार रात और बृहस्पतिवार को भी दिन में रोहतक शहर की कई कालोनियों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। शहर की कई कालोनियों में रात में बिजली अापूर्ति बाधित हो जाने से उपभोक्ताओं के पसीने छूट गए। आधी रात तक लोग परेशान ,रहे और इसके बाद अधिकारियों से शिकायत की। इसके बाद हालात में कुछ सुधार हुआ।झज्जर जिले में भी हड़ताल से बिजली आपूर्ति सामान्य है। बिजली के अघोषित कट नहीं लगे, लेकिन अन्य सेवाओं पर असर पड़ा।
बहादुरगढ़ में बिजलीघर में तैनात पुलिस।
हिसार, भिवानी, सिरसा और फतेहाबाद में भी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल जारी रही। इन जिलों में भी बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा, लेकिन कुल मिलाकर हालात सामान्य रही। हड़ताली कर्मचारियों न धरना दिया और प्रदर्शन किया।
पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर और अंबाला में भी हड़ताल कर्मचारी दूसरे दिन भी डटे रहे। बिजलीघरों आैर कार्यालयों में पुलिसकर्मी तैनात रहे। पानीपत के समालखा सहित अन्य क्षेत्रों में बिजली कर्मचारी धरना दिया और प्रदर्शन किया। देर रात 10 बले सभी जिलों में कर्मचारी काम पर लौट आए।
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दूसरी अोर, प्रदेश सरकार का कहना है कि उपभोक्ताओं की सुविधाओं के लिए निजी कंपनियों की मदद ली जा रही हैं। ये कंपनियां शिकायतों का निवारण करेंगी। इसका पहले से काम कर रहे कर्मचारियों और नई होने वाली नियमित भर्ती पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा।
पानीपत में धरना देते हड़ताली कर्मचारी।
मुख्य सचिव डीएस ढेसी और बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजन गुप्ता ने डीसी व अफसरों को निर्देश दिए कि बिजली आपूर्ति में बाधा उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला हिसार, गुडग़ांव, फरीदाबाद, अमंबाला और कुरुक्षेत्र में कर्मचारी अधिक संख्या में अनुपस्थित रहे।
फोटो गैलरी : कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली सेवाओं पर असर
सब डिविजन निजी हाथों में सौंपने के नतीजे तीन माह में
राजन गुप्ता ने बताया कि विवाद के निपटान के लिए श्रम ट्रिब्यूनल को एक संदर्भ भेजा गया है। उन्होंने कहा कि निजी सेक्टर को सब डिविजन देने का फैसला पायलट परियोजना है और इसके परिणाम अगले तीन-चार महीनों में दिखाई देंगे। उपभोक्ताओं को कम कीमत पर अच्छी सेवा मिलेगी। ब्रेकडाउन की शिकायतें समयबद्ध ढंग से निपटाई जा सकेंगी।
पांच हजार पदों पर होंगी नई भर्तियां
ढेसी व गुप्ता ने बताया कि बिजली निगमों के उप-केंद्रों के दक्षतापूर्वक प्रबंधन के लिए पांच हजार पदों की भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को आग्रह भेजा गया है। अगले तीन वर्षों में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना है।
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