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मनोहर और बादल ने की नाश्ते पर सियासी गुफ्तगू

अंतरराज्यीय मसलों पर एक दूसरे को कठघरे में खड़ा करने वाले हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री बुधवार को नाश्ते पर मिले। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मेजबान व पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मेहमान की भूमिका में थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2015 11:17 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2015 08:37 PM (IST)
मनोहर और बादल ने की नाश्ते पर सियासी गुफ्तगू

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अंतरराज्यीय मसलों पर एक दूसरे को कठघरे में खड़ा करने वाले हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री बुधवार को नाश्ते पर मिले। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मेजबान और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मेहमान की भूमिका में थे। बादल ने बाजरे की खिचड़ी का लुत्फ़ उठाया तो मनोहर ने साधारण नाश्ता किया। इस दौरान उन्होंने दाेनों राज्यों के बीच विवादित मसलों पर चर्चा की।

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हरियाणा और पंजाब बीच जल बंटवारे से लेकर विभिन्न मसलों पर लंबे समय से विवाद है। राजधानी चंडीगढ़ का मामला हो या फिर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का विवाद और एसवाइएल नहर के निर्माण का मसला, दोनों राज्यों के बीच अक्सर विवाद पैदा होता रहा है। ऐसे में दोनों की मुलाकात हरियाणा अौर पंजाब की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का स्वागत करते हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल।

इन अंतरराज्यीय मसलों को ढाल बनाकर हरियाणा व पंजाब में बरसों से राजनीति की जा रही है। ऐसे में दोनों सूबों के मुखिया नाश्ते पर मिले तो इन मसलों पर बातचीत हुई। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चंडीगढ़ दौर के दौरान दाेनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बेहतर समन्वय आैर सौहार्द बनाने का सुझाव दिया था। यह मुलाकात को इसी दिशा में उठाया गया कदम समझा जा रहा है।

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इस दिशा में सबसे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहल की है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री को नाश्ते पर बुलाया। बादल सुबह करीब साढ़े नौ बजे हरियाणा सीएम के निवास पर पहुंचे।

हरियाणा लगातार केंद्र पर पंजाब के साथ अपने विवाद सुलझाने का दबाव बना रहा है। माना जा रहा कि पंजाब में चूंकि 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में केंद्र सरकार पंजाब पर सीधे अधिक दबाव बनाने के मूड में नही है। इसी कारण दोनों राज्यों को आपसी विश्वास व बातचीत से इन मामलों का समाधान करने को कहा गया है और हरियाणा को ही आगे किया जा रहा है।

प्रकाश सिंह बादल राजनीति के पुराने और मंझे हुए खिलाड़ी हैं। सूत्रों के अनुसार बादल ने इन अंतरराज्यीय मसलों पर फ़िलहाल सीधे कोई संकेत नही दिया है। उनके राजनीति करने का अंदाज जुदा होता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चंडीगढ़ दौरे के दौरान मनोहर लाल ने अंतरराज्यीय मसले इशारों ही इशारों में उठाने की कोशिश की थी, लेकिन तब न तो बादल कुछ बोले थे और न ही मोदी ने कोई संकेत दिया था। लेकिन हरियाणा लगातार अपने पंजाब के साथ विवादों के समाधान का दबाव बना रहा है।

कम हुई हरियाणा और पंजाब की दूरियां

दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बुधवार को जिस तरह एक दूसरे की तरफ दोस्ती के हाथ बढ़ाए, उससे दोनों राज्यों के सरकारों के बीच तल्खी कम हुई है। हरियाणा ने छोटे भाई का फर्ज निभाते हुए पंजाब की तरफ हाथ बढ़ाया तो पंजाब ने भी बड़े भाई सरीखा बड़प्पन दिखाते हुए तपाक से उसका हाथ थाम लिया।

हरियाणा के सीएम निवास पर बादल को उनके राजनीतिक कद के अनुरूप पूरा मान-सम्मान मिला। मनोहर कैबिनेट के आधा दर्जन मंत्री बादल की अगवानी के लिए खड़े नजर आए। बादल को सीएम निवास पर गार्ड आफ आनर दिया गया।

मुख्यमंत्री व उनकी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ नाश्ता करने के बाद मनोहर और बादल की बंद कमरे में काफी देर तक बातचीत हुई। दोनों राज्यों के बीच कृषि, पर्यटन और सड़क तंत्र के मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने की सहमति का दावा किया गया, लेकिन मनोहर और बादल के बीच अलग से क्या गुफ्तगू हुई, इसे सार्वजनिक नहीं किया जा रहा। बताया जाता है कि दोनों के बीच अंतरराज्यीय विवादों के समाधान की दिशा में भी बातचीत हुई।

हरियाणा व पंजाब कृषि क्षेत्र में मिलकर करेंगे सहयोग

हरियाणा व पंजाब ने कृषि के क्षेत्र में एक दूसरे के सहयोग पर सहमति जताई है। मनोहर लाल ने कहा कि सोनीपत में खुंब (मशरूम) तथा सिरसा जिले के मंगियाना में नीबू प्रजाति के फलों के उत्कृष्ट केंद्र हैैं। पंजाब के किसान हरियाणा के अनुभवों का लाभ ले सकते हैं।

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि पंजाब मत्स्य पालन में देश में अग्रणी है। हरियाणा भी इस अनुभव का लाभ उठा सकता है। बैठक में दोनों नेताओं में कपास की फसल पर सफेद मक्खी के कहर से निपटने की कार्ययोजना पर भी बातचीत हुई।

चंडीगढ़ एयरपोर्ट तक होगी अंबाला की कनेक्टिविटी

मनोहर लाल ने नए चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक बेहतरीन सड़क तंत्र की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अंबाला-बनूड सड़क मार्ग को चारमार्गी बनाने पर जोर दिया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी यही चाहते थे। बादल ने हरियाणा के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर पंजाब से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। मनोहर ने बादल के साथ चंडीगढ़ व पंचकुला की ओर से पुराने हवाई अड्डे तथा नए अंतरराष्ट्रीय ट्रमिनल तक पहुंचने के लिए अंडरपास के निर्माण की भी संभावनाएं तलाशने पर चर्चा की।

कुरुक्षेत्र-अमृतसर से हिमाचल तक नया पर्यटन सर्कट

मनोहर लाल ने हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश तक पर्यटन को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता बादल के सामने जताई। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र, अमृतसर व आगे हिमाचल तक एक नया पर्यटक सर्कट बन सकता है। इससे न केवल देश बल्कि विदेशी पर्यटक भी आकर्षित होंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

बादल को भेंट किया अमेरिका से लाया स्मृति चिन्ह

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बादल को अमेरिका से लाया गया स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस स्मृति चिन्ह में लिंकन मेमोरियल, व्हाइट हाउस और वाशिंगटन के प्रतीक नजर आ रहे हैं। मनोहर ने बादल को सम्मान स्वरूप शाल भी भेंट की।

दाेनो नेता 70 मिनट तक रहे साथ

बादल करीब 70 मिनट तक मनोहर के निवास पर रहे। इस मौके पर हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल गुर्जर, लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्री कविता जैन, भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक सुभाष बराला भी मौजूद रहे।


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