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जिला बनने के 22 साल बाद भी पंचकूला में नहीं बनी जेल

राजेश मलकानियां, पंचकूला : पंचकूला जिले में सीबीआइ से लेकर एनआइए तक की अदालतें तो बन गई

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Feb 2017 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 27 Feb 2017 03:00 AM (IST)
जिला बनने के 22 साल बाद भी पंचकूला में नहीं बनी जेल

राजेश मलकानियां, पंचकूला : पंचकूला जिले में सीबीआइ से लेकर एनआइए तक की अदालतें तो बन गई है, जिसमें बड़े गंभीर मामलों में रोजाना आरोपियों को पेश किया जाता है, परंतु आज तक जेल का निर्माण नहीं हो सका है। पंचकूला को अलग जिले का दर्जा वर्ष 1995 में दिया गया था, लेकिन 22 साल बीत जाने के बाद भी यहा पर आज तक जिला जेल नहीं बनाई गई, जबकि राज्य के करीब हर जिले में जिला जेल का निर्माण किया गया है। राज्य में तीन सेंट्रल सहित कुल 19 जेल हैं। जहा पर कैदियों को रखा जाता है। पंचकूला जिले के कैदियों को अंबाला सेंट्रल जेल में भेजा जाता है और यह प्रथा उसी समय से जारी है, जब पंचकूला अंबाला जिले के अन्तर्गत आता था। पंचकूला में सीबीआइ, एनआइए कोर्ट सहित लगभग 15 कोर्ट हैं और प्रतिदिन 100 से अधिक कैदियों को 4-5 गाड़ियों से अंबाला से लाया एवं वापस भेजा जाता है। यह एक खर्चीली, असुरक्षित, खतरनाक व्यवस्था है। दूसरी ओर कैदियों के परिजनों को मुलाकात के लिए अंबाला जाना पड़ता है। पंचकूला में समझौता बहुचर्चित एक्सप्रेस ब्लास्ट के आरोपियों को एनआइए, अपना घर मामले एवं डेरा प्रमुख सहित अन्य आरोपियों सीबीआइ कोर्ट में साध्वी यौन शोषण एवं दो हत्याओं के केस, गुड़गांव में गीताजलि की मौत के मामले में निलंबित सीजेएम रवनीत गर्ग पर का केस चल रहा है। इसके अलावा जिला अदालतों में हत्याओं, रेप एवं अन्य मामलों के आरोपियों को भी रोजाना कोर्ट में लेकर पुलिस आती है। इतना ही नहीं, कई बार पुलिस की कस्टडी से आरोपियों के भागने के मामले भी सामने आ चुके है। यदि भविष्य में भी ऐसे मामले ना हों, इस बात की कोई गारंटी नहीं है, इसलिए पंचकूला में जिला जेल का निर्माण बहुत जरूरी है।

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डेढ़ साल पहले सीपीएस ने की थी घोषणा

2 सितंबर 2015 को सीपीएस (जेल एवं राजस्व) श्याम सिंह राणा ने पिंजौर में घोषणा की थी कि भूमि अधिग्रहण बिल पास होने के तुरंत बाद प्रदेश की चौथी सेंट्रल जेल का निर्माण पिंजौर के गांव बाड़ गोदाम में किया जाएगा, परंतु आज तक न तो सेंट्रल जेल और न ही जिला जेल का निर्माण शुरू हुआ है। रेजीडेट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-16 पंचकूला के महासचिव सुभाष पपनेजा ने बताया कि जिला न्यायालय के नज़दीक उचित स्थान का चयन कर जेल निर्माण करवाया जाए, क्योंकि एरिया में तीव्र गति से हो रहे निर्माण के कारण बाद में उचित जगह का भी अभाव हो सकता है। लगभग सभी पूर्व जिला पुलिस मुखियों का भी कहना था कि पंचकुला में जेल बन जाने से बहुत प्रकार की कानून एवं व्यवस्था की समस्या हल हो जाएंगी।

जहां जरूरत होगी, वहां करवाएंगे निर्माण

हरियाणा के जेल मंत्री कृष्ण लाल पंवार का कहना है कि प्रदेश में जहां भी जेलों की जरूरत है, वहां पर जेलों का निर्माण किया जाएगा। कैदियों के सुधार पर सरकार का विशेष जोर है। प्रदेश की 6 जेलों में गोशालाएं स्थापित करवाई जाएंगी। गोशालाएं स्थापित करने का यह कार्य करनाल जेल से प्रारम्भ किया जाएगा।


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