बिजली दरों में वृद्धि : विपक्ष मैदान में, मनाेहर ने बुलाई कैबिनेट की मीटिंग
हरियाणा में बिजली दरों में वृद्धि का मामला लगातार तूल पकडता जा रहा है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर मैदान में हैं। इनेलो ने साेमवार को जिला मुख्यलयाें पर धरना दिया। कुछ अन्य संगठन भी आंदोलन कर रहे हैं। अब सरकार ने मंत्री समूह और मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में बिजली दरों में वृद्धि का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर मैदान में हैं। इनेलो ने साेमवार को जिला मुख्यलयाें पर धरना दिया। कुछ अन्य संगठन भी आंदोलन कर रहे हैं। कांग्रेस भी इस मामलों को लेकर सड़काें पर उतरने की तैयारी कर रही है। पूरे माहौल से घबराई सरकार ने अब मंत्री समूह और मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है।
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बिजली की दरों में की गई वृद्धि के खिलाफ इनेलो ने सोमवार को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और धरना दिया। इनेलो नेताओं ने बिजली दरों में बढ़ोतरी वापस लेने व फ्यूल सरचार्ज समाप्त किए जाने सहित स्लैब प्रणाली बहाल करने की मांग की। इस संबंध में इनेलो नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्तों के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया।
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कुरुक्षेत्र में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में धरना दिया गया। पूर्व कृषि मंत्री जसविंदर सिंह संधू और राच्यसभा सांसद रामकुमार कश्यप इस आंदोलन में शामिल हुए। सिरसा में धरने का नेतृत्व युवा इनेलो नेता कर्ण चौटाला ने किया। फतेहाबाद में सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, विधायक बलवान दौलतपुरिया के नेतृत्व में धरना दिया गया।
हिसार में प्रदर्शन करते इनेलो कार्यकर्ता।
हिसार में जिलाध्यक्ष राजेंद्र लितानी, विधायक रणबीर गंगवा, वेद नारंग, अनूप धानक और शीला भ्याण के नेतृत्व में धरना दिया गया। कैथल में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा के नेतृत्व में धरना दिया गया। किया। करनाल में जिलाध्यक्ष जसवीर राणा ने नेतृत्व किया। भिवानी में जिलाध्यक्ष सुनील लांबा, विधायक राजदीप फौगाट के नेतृत्व में धरना दिया गया।
रोहतक में प्रदर्शन करते इनेलो कार्यकर्ता।
इनेलो कार्यकर्ताओं ने राेहतक, झज्जर, जींद, पानीपत, यमुनानगर, अंबाला सहित सभी जिलों में प्रदर्शन किया और धरना दिया। 7 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने विधायकों और पूर्व विधायकों के साथ पंचकूला शक्ति भवन के बाहर धरने पर बैठेंगे।
बिजली बिलों पर बवाल से घबराई सरकार
हरियाणा में बिजली के बढ़े दर पर हंगामे ने प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इनेलो के आंदोलन और कांग्रेस के धरने के मद्देनजर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 7 अक्टूबर को मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। इससे पहले 6 अक्टूबर को मंत्री समूह की औपचारिक बैठक होगी। इन बैठकों में इस मुद्दे पर काेई निर्णय किए जाने की संभावना है।
बैठक का एजेंडा अभी तैयार नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि 6 अक्टूबर को मंत्री समूह की औपचारिक बैठक में बिजली के बढ़े दाम और बिल कम करने पर कोई सहमति बनाकर अगले दिन मंत्रिमंडल की बैठक में में उसे पारित किया जा सकता है। बिजली कंपनियों के उच्च अधिकारियों को इस समस्या के समाधान के लिए कोई बीच का रास्ता सुझाने के निर्देश दिए गए हैं।
बिजली कंपनियों की जेब में नहीं जाता पैसा : नितिन यादव
दूसरी ओर, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक नितिन यादव ने कहा है कि बिजली कंपनियों ने अपनी मर्जी से बिजली के दाम नहीं बढ़ाए हैं, बल्कि इसके लिए बाकायदा विद्युत नियामक आयोग ने अनुमति प्रदान की है। बढ़े हुए दाम व वसूल किए जाने वाले तमाम बिलों का सरकारी एजेंसी से आडिट होता है। इसलिए कोई भी पैसा बिजली कंपनियों की अपनी जेब में नहीं जाता।