कर्जदार किसानों के समर्थन में उतरे हुड्डा, कहा- बर्बाद करना चहती है प्रदेश सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला और किसानों के प्रति सरकार की नीतियों की आलोचना की।
जेएनएन, चंडीगढ़। चरखी दादरी जिले के कर्जदार किसानों की जमीन नीलाम करने की तैयारी का मामला तूल पकड़ गया है। अगले सप्ताह से किसान-मजदूर पंचायतों के अगले चरण का आगाज करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने इन किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि नीलामी रद नहीं हुई तो कांग्रेस इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी। इसके लिए आगे की रणनीति का एलान चरखी दादरी में 17 सितंबर को किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को बर्बाद करना चहती है, लेकिन वे ऐसा होने नहीं देंगे। चरखी दादरी के मकड़ानी गांव के आठ गरीब किसानों की करोड़ों की जमीन को सिर्फ 32.58 लाख में नीलाम करना सरासर गलत है। नीलामी स्थगित करने की बजाय इसे रद करना होगा। प्रभावित किसान खुद को अकेला न समझे, पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है।
हुड्डा ने कहा कि किसानों को बैंकों के मकड़जाल से निकालने के लिए ही हमने जमीन नीलाम न होने देने का कानून बनाया था, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे पलट दिया। किसानों को फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे। बाजरा मार्केट में 1100 से 1150 रुपये रुपये प्रति क्विंटल में खरीदा जा रहा है, जबकि इसका समर्थन मूल्य 1425 रुपये क्विंटल है। सरसों की खरीद में भी ऐसी ही लूट मची थी।
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