अपहरण के बाद युवक को घसीटा, फिर सिर पर हमला कर उतारा मौत के घाट
पुरानी रंजिश के चलते सकेतड़ी निवासी अवतार सिंह को मारने के लिए मोहाली एवं भैंसा टिब्बा से अपने कई लोगों को बुलाया था।
जेएनएन, पंचकूला। वीरेंद्र सिंह संधू की मौत के मामले में पुलिस जांच में कई खुलासे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक वीरेंद्र सिंह संधू का दस युवकों ने सकेतड़ी स्थित घर से अपहरण किया था। इसके बाद कार से करीब डेढ़ किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए थे। चंडीगढ़ स्थित सुखना लेक की तरफ जाने वाली सड़क के बीच में वीरेंद्र को छोड़ा। हमलावर उसे खून से लथपथ करने के बाद भी सिर पर लगातार वार करते रहे। जिसके बाद वीरेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि वार्ड-8 की इनेलो पार्षद कुलजीत वड़ैच के बेटे मनमीत सिंह उर्फ मोंटी ने पुरानी रंजिश के चलते सकेतड़ी निवासी अवतार सिंह को मारने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने मोहाली एवं भैंसा टिब्बा से अपने दोस्तों को भी बुलाया था। इनमें से एक आरोपी मनजोत है, जोकि अवतार को मारने के इरादे से अपनी गाड़ी लेकर आया था। हालांकि मनमीत और उसके दोस्तों को अवतार नहीं मिला था। लेकिन उसकी बुआ का बेटा वीरेंद्र संधू इनके हत्थे चढ़ गया। आरोपियों ने अपहरण के बाद वीरेंद्र के सिर पर लगातार कई वार किए और उसकी मौत के बाद अलग-अलग गाड़ियों में फरार हो गए।
यह भी पढ़ें : सामूहिक दुष्कर्म के फरार पांच आरोपियों को परिवार ने पुलिस को सौंपा
चार की गिरफ्तारी के लिए दबिश तेज
डीसीपी अनिल धवन ने कहा है कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने शनिवार को तलविंदर ऊर्फ ताली निवासी माणकमाजरा सोहाना जिला मोहाली को लांडरा चौक के पास से गिरफ्तार किया। जबकि विशाल सैनी सुपुत्र राजेश सैनी निवासी सेक्टर-22 चंडीगढ़ की घंटाघर चौक देहरादून से गिरफ्तारी हुई। दोनों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है।
यह भी पढ़ें : बच्चों ने बताई पिता के कत्ल की कहानी, बोले- मम्मी से झगड़े के बाद सुनी पटाखे जैसी आवाज