उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला फिर हुए कोविड पाजीटिव, गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित हरियाणा में एक दिन में मिले 3541 संक्रमित
Haryana Coronavirus Omicron Update हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फिर कोविड पाजीटिव हो गए हैं। हरियाणा में गत दिवस 3541 कोविड पाजीटिव केस मिले हैं। हरियाणा में एक्टिव केसों का ग्राफ 14 हजार पर पहुंच गया है। गुरुग्राम में 6642 फरीदाबाद में 2084 पंचकूला में 1154 एक्टिव केस हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को ओमिक्रोन का तो कोई मरीज नहीं मिला, लेकिन कोरोना के 3541 नए केस मिल गए। हिसार और फतेहाबाद में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। संक्रमित हुए जननायक जनता पार्टी के संरक्षक व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला के बाद अब उनके बड़े बेटे और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ ही रादौर से कांग्रेस विधायक बिशन लाल सैनी की भी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट कर खुद के संक्रमित होने की सूचना दी और पिछले 24 घंटों में उनके संपर्क में आने वाले लोगों से कोविड टेस्ट कराने का भी आग्रह किया। प्रदेश में एक्टिव केसों का ग्राफ 14 हजार पर पहुंच गया है। गुरुग्राम में 6642, फरीदाबाद में 2084 और पंचकूला में 1154 एक्टिव केस हैं। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में 377 मरीज ठीक हुए हैं। पूरे प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां कोई संक्रमित न मिला हो।
गुरुग्राम में सबसे ज्यादा 1450, फरीदाबाद में 480, सोनीपत में 143, पंचकूला में 415, करनाल में 199, अंबाला में 181, पानीपत में 65, झज्जर में 73, कुरुक्षेत्र में 63, रोहतक में 110, यमुनानगर में 48, हिसार में 96, रेवाड़ी में 53, सिरसा में 35, कैथल में 17 और जींद में 32 नए संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर 7.26 प्रतिशत हो गई है। ओवरआल संक्रमण दर 5.30 प्रतिशत है।
शनिवार को दो लाख 41 हजार 144 लोगों ने कोरोना से बचाव का सुरक्षा कवच पहना। इनमें एक लाख 43 हजार 927 को पहली और 97 हजार 927 ने दूसरी डोज ली। प्रदेश में अभी तक तीन करोड़ 67 लाख तीन हजार 214 लोगों को टीके लगाए गए हैं।
डाक्टर 11 को ओपीडी करेंगे बंद
विशेषज्ञ कैडर बनाने और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज द्वारा फाइल अग्रसारित करने और विगत छह जनवरी को हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज (एचसीएमएस) एसोसिएशन के साथ मैराथन बैठक के बावजूद डाक्टर हड़ताल पर जाने की जिद पर अड़े हैं। एचसीएमएस एसोसिएशन के प्रधान डा.जसबीर परमार और महासचिव राजेश श्योकंद ने स्वास्थ्य महानिदेशक को लिखे पत्र में साफ कर दिया है कि 10 जनवरी तक विशेषज्ञ कैडर बनाने और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन के लिखित आदेश जारी न होने पर 11 जनवरी को सभी सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) बंद कर दिया जाएगा।
इसके बाद 14 जनवरी से इमरजेंसी सेवाएं व पोस्टमार्टम सहित तमाम सेवाएं बंद कर दी जाएंगी। इससे पहले डाक्टरों ने 13 दिसंबर को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी, लेकिन ठीक एक दिन बाद 12 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद हड़ताल टाल दी गई थी। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा विशेषज्ञ कैडर बनाने और स्नातकोत्तर नीति में संशोधन को लेकर फाइल अग्रसारित करने के 20 दिन बाद भी अधिसूचना अभी तक जारी नहीं हुई है।
अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे बिजली सप्लाई के निर्देश
कोरोना से जंग में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित न हों, इसके लिए सरकार ने सभी जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी, आक्सीजन निर्माण औद्योगिक इकाइयों तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे बिजली देने के निर्देश दिए हैं। बिजली निगम द्वारा जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाते हुए आपातकालीन टोल फ्री नंबर 1912/18001801550 जारी किया है। बिजली वितरण निगमों के प्रबंध निदेशक पीसी मीणा ने बताया कि सर्कल और मंडल अधिकारी स्वयं निरंतर बिजली आपूर्ति और किसी की प्रकार की तकनीकी खराबी की निगरानी करेंगे। उनकी अनुमति के बिना किसी भी अस्पताल के फीडर को बंद नहीं किया जाएगा। वाट्स-एप ग्रुप द्वारा अधिकारी प्रतिदिन की बिजली आपूर्ति सहित तमाम सूचनाएं साझा करेंगे ताकि किसी भी आपातकाल स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।
मृतकों के आश्रितों को मिलेंगे 50 हजार
प्रदेश में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को सरकार 50 हजार रुपये की मदद देगी। सहायता राशि की खातिर आवेदन करने के लिए पोर्टल खोल दिया गया है। अनुग्रह राशि के लिए आनलाइन आवेदन के साथ जिला सचिवालय में स्थित आपदा प्रबंधन कार्यालय में भी आवेदन जमा कराया जा सकता है। आवेदनकर्ता को दिवंगत का मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रति और कोविड-19 पाजिटिव रिपोर्ट की प्रति आवेदन के साथ लगानी होगी। इस योजना को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया है। अनुग्रह राशि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सत्यापन के बाद आवेदक के खाते में डाली जाएगी।