IAS की बेटी से छेड़छाड़ मामलाः जेल से बाहर निकला विकास, कहा- मैं ही वास्तविक पीड़ित
156 दिन जेल में रहने के बाद विकास बराला जेल से जमानत पर रिहा हुआ। उसने कहा कि वह निर्दोष है। उसने खुद को वास्तविक विक्टिम बताया।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के सीनियर आइएएस की बेटी वर्णिका कुंडू से छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश के मामले में आरोपी विकास बराला 156 दिन बाद गत देर सायं जमानत पर सलाखों से बाहर निकला। रविवार को जारी बयान में बराला ने खुद निर्दोष बताया और कहा कि वास्तविकता में इस केस का असली पीड़ित वही है। वहीं, वर्णिका कुंडू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उसकी लड़ाई विकास बराला से है। मामला हाई कोर्ट में है। उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
जेल से छूटने के बाद विकास सीधा अपनी मां के साथ सेक्टर-44 स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर दर्शन करने पहुंचा। इस दौरान उसके रिश्तेदार, दोस्त और हरियाणा भाजपा के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस दौरान मीडिया के सवालों का विकास ने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि रविवार को प्रेस नोट जारी कर विकास ने कहा कि आप सब पिछले पांच महीने से उसके बारे में तरह-तरह की बातें सुनी, लेकिन वह पूरी तरह निर्दोष है। वास्तविकता में इस केस का वह ही असली विक्टिम है।
विकास ने कहा कि इन पिछले पांच महीनों में उससे एक बार भी उसका पक्ष नहीं जाना गया और बहुत से लोगों ने उसे ही दोषी समझ लिया। उसके पिता एक राजनितिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और बहुत से राजनितिक दल इसी बात के लिए उसे व उसके पिता की राजनीतिक छवि को ख़राब करना चाहते हैं। वह शब्दों बयान नहीं कर सकता कि इन पिछले पांच माह में उसकी मां, बहन, परिवार के लोगों पर किस तरह का टार्चर हुआ।
इससे पूर्व, वीरवार को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने विकास बराला की नियमित जमानत मंजूर की थी। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद शुक्रवार शाम करीब 7.34 बजे उसे बुड़ैल मॉडर्न जेल से बाहर निकाला गया। जेल के बाहर मौजूद मीडियाकर्मियों ने विकास को बाहर निकलते ही घेर लिया। उनके हाथ में लॉ की दो किताबें थी। मीडियाकर्मियों के सवालों पर विकास ने बोला कि अभी वह कुछ नहीं कहना चाहता। मामला कोर्ट में चल रहा है।
गले मिलकर मां-बेटे हुए भावुक
जेल से निकलने के बाद विकास बराला ने गाड़ी में कपड़े बदले और सीधा सेक्टर-44 स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचा। इस दौरान उसकी मां वहां मौजूद थी। विकास ने देव दर्शन के साथ मां के भी पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इ दौरान मां-बेटे एक-दूसरे को गले लगकर भावुक हो गए।
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वर्णिका बोली- हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा
बराला द्वारा दिए गए बयान पर वर्णिका ने कहा कि उन्हें पहले ही लगा था कि जमानत पर बाहर आने के बाद वह एेसा करेगा। वर्णिका ने कहा कि उन्हें पता है कि विकास के परिवार को परेशानी झेलनी पड़ी, लेकिन इसकी वजह विकास है। उसने अपराध किया है। असली परेशानी तो हमारे परिवार ने झेली है। हमने तो विकास के परिवार को लेकर कोई बात नहीं की। हमारी लड़ाई विकास के साथ है। वर्णिका ने खुद को असली विक्टिम बताते हुए कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।