कांवड़ियों पर छाया भोलेनाथ और भारत मां का नशा, आतंकियों के खिलाफ गुस्सा
राजेश मलकानियां, पंचकूला : भोलेनाथ के भक्त पूरी मस्ती में झूमते हैं और जब भोले का खुमार भक्तों पर चढ
राजेश मलकानियां, पंचकूला : भोलेनाथ के भक्त पूरी मस्ती में झूमते हैं और जब भोले का खुमार भक्तों पर चढ़ जाता है तो वे सब कुछ भूल जाते है। कठिनाई जितनी भी हो लेकिन भोले के दर पर पहुंचने में भक्तों के पैर कभी डगमगाते नहीं। इन दिनों हरिद्वार से पंचकूला में कांवड़ लेकर आ रहे भक्तों के एक हाथ में कांवड़ और दूसरे हाथ में भारत का झंडा है। झंडा इसलिए उठा रखा है कि अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले के बाद कांवड़ियों में गुस्सा है। वह झंडा हाथ में लेकर इसलिए चल रहे है कि आतंकी चाहे जितने भी हमले कर लें लेकिन भोले के भक्तों का विश्वास कभी डगमगाएगा नहीं। भोले के दर पर जो भक्त एक बार जाने की सोच ले फिर उसके पांव केवल भोलेनाथ ही रोक सकते है।
सड़कों पर गूंज रहे बम भोले और भारत मां के जयकारे
बरवाला से लेकर सकेतड़ी तक कांवड़िए नंगे पांव चलते देखे जा सकते हैं। पैरों में छाले पड़ चुके है लेकिन हौसला देखते ही बन रहा है। इन कांवड़ियों के मुंह से भोलेनाथ की जय के साथ, भारत माता की जय के नारे भी गूंज रहे है।
शुक्रवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए कांवड़िए अपनी सुख-समृद्धि के साथ देश की तरक्की के लिए मनोकामना करेगे। साथ ही भोलेनाथ से मनोकामना करेगे कि भारत को आतंकवाद से मुक्ति मिले। जम्मू-कश्मीर में चल रही अमरनाथ यात्रा में गए श्रद्धालु अपनी यात्रा शांतिपूर्वक पूरी कर सकेंगे।
पांच से सात दिन की यात्रा
सेक्टर-37डी के मेखराज, संजीव, ब्रहमपाल, आकाश, चंद्रपाल ने बताया कि वह 16 जुलाई को कांवड़ लेने के लिए गए थे। चंडीगढ़ से ही वह भारत मां के झंडे लेकर गए थे। इसके अलावा हरिद्वार में भी कांवड़िए एक हाथ में कांवड़ एवं दूसरे हाथ में भारत का झंडा लेकर अलग-अलग जगहों के लिए निकल रहे थे। अनंतनाग में जो हमला हुआ, उसको लेकर कांवड़ियों में बहुत रोष है। इस तरह के हमले असहनीय है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
मैंने खुद कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए नारायणगढ़, रायपुररानी, बरवाला से होते हुए पंचकूला तक पूरा निरीक्षण किया था। साथ ही पुलिस को हिदायत दी थी कि कांवड़ियों को किसी तरह समस्या नहीं आए। यात्रा पूरी सुरक्षित रही है। -डॉ. आरसी मिश्रा, पुलिस कमिश्नर, पंचकूला