तीन लाख लोग परेशान, हर 20 मिनट बाद बंद होता है यह फाटक
राजेश मलकानियां, पंचकूला : सेक्टर-19 रेलवे अंडरब्रिज बनेगा या नहीं, यह सवाल लगभग तीन लाख लोगों के मन
राजेश मलकानियां, पंचकूला : सेक्टर-19 रेलवे अंडरब्रिज बनेगा या नहीं, यह सवाल लगभग तीन लाख लोगों के मन उस समय हिलौरे मारता है जब एक बार में 10 से 15 मिनट तक रेलवे फाटक बंद रहता है। यहां से रोजाना हजारों लोग गुजरते है लेकिन पिछले कई वर्षाें से रेलवे अंडरब्रिज की कहानियां तो कई नेताओं ने सुना दी लेकिन बनाने के नाम पर एक पत्थर नहीं रखा गया। अधिकारी समय-समय पर फीता लेकर आए, पैमाइश की, आश्वासन दिया लेकिन नतीजा जीरो रहा। चुनाव के समय में फिर मुद्दा गर्म होता है और फिर हालात वहीं आकर रुक जाते है।
डबल ट्रैक से बढ़ेगी मुसीबत
दरअसल सेक्टर-19 रेलवे लाइन के पास डबल ट्रैक बिछ चुका है और आगे यह काम जारी है। जिस दिन दूसरे ट्रैक पर गाड़ियां दौड़ने लगी, उसी दिन समस्या और विकराल हो जाएगा। ट्रैक को डबल करने के लिए लाइन बिछाई जा रही है। जिससे हर दस मिनट बाद रेलवे फाटक बंद होना शुरू हो जाएगा। सेक्टर-19 रेलवे फाटक से रोजाना हजारों वाहन निकलते है, जिस कारण अभी 15 से 20 मिनट बाद फाटक बंद होने पर वाहनों की लंबी लाइनें लग जाती है।
एक लाख वाहनों की आवाजाही
रेलवे विभाग ने कुछ समय पूर्व अंबाला से चंडीगढ़ के बीच आने वाले रेलवे फाटकों पर अंडरपास बनाने की योजना बनाई थी। जिसमें उन फाटकों को शामिल किया गया जहां पर ट्रैफिक लोड कम था। सेक्टर-19 में जब रेलवे ने सर्वे करवाया तो इस पर लगभग एक लाख वाहनों की आवाजाही पाई गई। जिन फाटकों पर इतनी ज्यादा आवाजाही है, उसमें अंडरपास के लिए राज्य सरकार को आधा बजट देना अनिवार्य है।
पार्षद रविकांत स्वामी ने लगातार प्रयास जारी
अंडरपास के लिए वार्ड-13 के पार्षद रविकांत स्वामी ने लगातार प्रयास जारी रखे लेकिन नतीजा जीरो रहा। स्वामी ने अंडरपास के लिए नगर निगम, हुडा एवं रेलवे विभाग की बैठकें करवाई, जिसमें रेलवे ने बजट के लिए प्रस्ताव हुडा विभाग को भेज दिया था। काफी समय से बजट के लिए फाइल पेंडिंग पड़ी हुई है। अब स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री की घोषणा को अमल में न लाने तक की बात लिखी है।
प्रधानमंत्री करे हस्तक्षेप
पीएम को पत्र में पार्षद स्वामी ने रेलवे अंडरब्रिज के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है। उनके मुताबिक पंचकूला के साथ लगते बलटाना, जीरकपुर व अन्य क्षेत्रों के लगभग 3 लाख लोग 1984 से इस समस्या से जूझ रहे है। पीएम को हरियाणा सरकार को निर्देश देने के लिए कहा है कि वह संबंधित विभागों को इस अंडरब्रिज के निर्माण के लिए कहे।
एक साल बाद भी नहीं बदले हालात
हुडा कभी नगर निगम की जमीन होने के चलते पैसा नगर निगम को देने की बात कहता है तो कभी नगर निगम कह देता है कि वह पैसा नहीं देगा। इसी चक्कर में पूरा मसला अड़ा हुआ है। जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अप्रैल माह में पंचकूला में मुख्यमंत्री की विकास रैली में विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने सीएम के समक्ष यह मांग उठाई थी। परंतु फिर मामला लटका हुआ है।
पीडब्ल्यूडी ने क्यों दी थी नकारात्मक रिपोर्ट
उत्तर रेलवे डिविजनल ऑफिस अंबाला कैंट ने अपने पत्र में माना है कि सर्वे के मुताबिक यहां पर रेलवे अंडरब्रिज आसानी से बनाया जा सकता है। जिसके लिए सरकार द्वारा जमीन अधिगृहीत की जाए। इस समय रेलवे ओवरब्रिज के लिए पूरा स्पेस मौजूद है। इसके अलावा एक निजी कंपनी से भी सर्वे करवाने की बात हुई लेकिन निगम ने वह न करवाकर पीडब्ल्यूडी से करवाया, जिन्होंने नकारात्मक रिपोर्ट दी थी।
सीएम ने घोषणा की थी : गुप्ता
पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि मैंने पंचकूला में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष सेक्टर-19 रेलवे अंडरब्रिज का मुद्दा उठाया था। यह हमारे घोषणा पत्र में भी था। सीएम ने घोषणा कर दी थी और अधिकारियों को निर्देश दे रखे है कि इस समस्या का जल्द ही हल निकाला जाए।