ऊंची इमारतों में आग लगी तो कौन बचाएगा
राजेश मलकानिया, पंचकूला : पेरिस बनने के सपने देखने वाले पंचकूला को फिलहाल हाईड्रोलिक मशीन मिलने के आ
राजेश मलकानिया, पंचकूला : पेरिस बनने के सपने देखने वाले पंचकूला को फिलहाल हाईड्रोलिक मशीन मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे है। गर्मियों में अक्सर आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है, ऐसे में पहले की तरह यदि इस बार भी बड़ी इमारतों में कोई घटना हुई तो मुश्किल का सामना करना पड़ेगा। वहीं, दमकल विभाग पंचकूला भले ही खुद हाईटेक न हो पाया, परतु अब विभाग उन पर शिकंजा जरूर कसने जा रहा है, जो अग्निशमन यंत्र अपने संस्थानों में नहीं रखते। विभाग द्वारा शहर की बड़ी इमारतों एवं होटलों में एक विशेष अभियान छेड़कर जाच की जाएगी। अगर हिदायतों के बावजूद भी कोई असर नहीं हुआ, तो फिर बिल्डिग की एनओसी रद की जाएगी। शहर में ऐसे कई भवन एवं जगह हैं, जहां आग पर काबू पाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। सेक्टर-11 की मार्केट में ही न जाने कितने शोरूम हैं, जहां आग पर काबू पाने के यंत्र तक नहीं है। साथ ही कई सरकारी भवनों में हालात ऐसे ही है, जहा आग से निपटने के इंतजाम नहीं है। गत वर्ष सेक्टर-11 के शोरूम में आग लगने से काफी नुकसान हुआ था। इसके बाद से दमकल विभाग ने शोरूमों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम करने के लिए कहा था लेकिन विभाग के आदेशों को लोगों ने नहीं माना।
दमकल विभाग की टीमें अब करेंगी चेकिंग
दमकल विभाग की टीमें ऊंची इमारतों एवं होटलों में जाकर आग पर काबू पाने के इंतजामों के बारे में जाकर चेकिंग करेगी। किसी भवन में आग पर काबू पाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं पाए जाने की सूरत में इन होटलों एवं ऊंचे भवनों की एनओसी रद हो सकती है, लेकिन पहले चरण में विभाग के अधिकारी ऐसे भवनों के संचालकों को आग पर काबू पाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के लिए कहेंगे, इसके बाद दोबारा उन भवनों की चेकिंग की जाएगी, ताकि आग लगने की किसी भी प्रकार की आपदा से निपटा जा सकें। दमकल विभाग के पास जो भी सुविधा नहीं है, उसे पूरा करने के लिए कई बार प्रस्ताव तैयार हो चुके है। जो शहरी स्थानीय निकाय विभाग के पास भेजे भी गए, लेकिन हल कोई नहीं निकला। निगम को हाईड्रोलिक मशीन की बहुत जरूरत है, लेकिन यह बहुत महंगी होने एवं बाहर से आने के कारण आज तक पंचकूला को यह मशीन नहीं मिल पाई।
ये मशीनें भी तुरंत जरूरी
मॉडर्न कटर, लिफ्टर, विक्टिम लोकेशन मशीन, हाईपावर ऑक्सीजन मशीन की भी पंचकूला को जरूरत है। इस मशीनरी से भूकंप रोधिता, अग्निशमन, बाढ़ राहत व अन्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा की जाती है।
कई बार शहरी निकाय विभाग को भेजे गए प्रस्ताव
नगर निगम द्वारा पंचकूला की माग को देखते हुए हाईड्रोलिक फायर मशीन खरीदने के लिए प्रस्ताव शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेजे गए। नगर परिषद के कई प्रधान आए और गए। नगर परिषद पंचकूला नगर निगम बन गई, लेकिन यह हाईड्रोलिक मशीन पंचकूला दमकल विभाग को अभी तक नहीं मिली। इस मशीन के मिलने से शहर की बड़ी बिल्डिगों, गु्रप हाउसिंग सोसाइटीज एवं बड़े होटलों में आग पर काबू पाने में लाभ होगा।
नगर निगम ने लोगों को कुछ सुझाव दिए है
-रात को सभी दुकानदार दुकान/शोरूम बंद करते समय बिजली का मेन स्विच बंद करे
-दुकानों व घरों के मंदिर में जोत या धूप लगाते समय उनके पास ज्वलनशील सामान न रखें
-दुकानों के आगे होर्डिग बोर्ड, कपड़े के शमियाने न लगाएं
-बिजली की वायरिग उत्तम क्वालिटी की प्रयोग करे
-बिजली के तार कटे न हों
-दुकानों एवं मकानों के मीटर आदि के लोड का ध्यान रखें
-जलती हुई सिगरेट/बीड़ी व चूल्हे की जलती हुई राख, झाड़ फूस व झाड़ियों के पास न फेंके
-खाना बनाने के बाद एलपीजी गैस का रेगुलेटर बंद करके रखें
-सभी दुकानों एवं फैक्टरियों में आग बुझाने के यंत्र अवश्य लगवाएं
-आग लगने की सूचना तुरत दमकल केंद्र के टेलीफोन 0172-2560926, 101 या पुलिस कंट्रोल रूम 100 पर दें
सरकार को भेजा गया है प्रपोजल
दमकल विभाग के अधिकारी आरडी भारद्वाज ने कहा कि दमकल विभाग ऐसे भवनों और होटलों का पता लगाएगा, जहां पर फायर सेफ्टी को ध्यान में नहीं रखा गया है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार के पास हाईड्रोलिक मशीन एवं पोस्टों के लिए प्रपोजल गया हुआ है, सेंक्शन मिलते ही पंचकूला को सुविधा मिल जाएगी।