वेलेंटाइन डे पर भाजपा विधायकों को सीएम देंगे दावत, लंच पर बुलाया
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल वेलेंटाइन डे पर भाजपा विधायकों को दावत देंगे। यह दावत उन्हें जाट आंदोलन पर हुई वार्ता के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से दी जा रही है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा की भाजपा सरकार ने आंदोलनकारी जाट समुदाय के साथ पानीपत में हुई समझौता वार्ता के विभिन्न पहलुओं पर पार्टी विधायकों को भरोसे में लेने के लिए उन्हें लंच पर बुलाया है। फरीदाबाद के सूरजकुंड मेला परिसर में 14 फरवरी यानी वेलेंटाइन डे पर सरकार के साथ विधायकों का लंच होगा। जिसमें सभी मंत्री और पार्टी विधायकों के मौजूद रहने की संभावना है। इसी दिन मंत्रिमंडल की आधिकारिक बैठक होगी।
अमूमन हर मंगलवार को मंत्री समूह की बैठक होती है, लेकिन सरकार ने पानीपत में आंदोलनकारियों से हुई बातचीत के बाद मंत्रिमंडल की बैठक बुलाकर कुछ अहम फैसलों पर निर्णय लिए जाने के संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तरफ से सभी भाजपा विधायकों को 14 फरवरी के लंच के निमंत्रण दिया गया है। सरकार को समर्थन दे रहे आजाद और बसपा विधायकों को भी लंच पर बुलाए जाने की खबर है।
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सूरजकुंड मेले के दौरान सरकार हालांकि हर बार विधायकों को लंच देती है, लेकिन इस बार के लंच के राजनीतिक मायने हैं। पिछले साल फरवरी में हुए जाट आरक्षण आंदोलन के बाद से भाजपा के गैर जाट विधायकों में आक्रोश बना हुआ है। जाट आंदोलन फिर से आरंभ हो गया और उत्तर प्रदेश के चुनाव की वजह से सरकार आंदोलनकारियों की अधिकतर मांगें मानने का मन बना चुकी है। लिहाजा गैर जाट विधायकों का यह आक्रोश कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है।
पानीपत में शनिवार को यशपाल मलिक और पांच अफसरों की कमेटी के बीच हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है, लेकिन सरकार ने अपनी पार्टी के गैर जाट विधायकों और गैर जाट मंत्रियों को भरोसे में लिए बिना किसी नतीजे पर पहुंचने से साफ इन्कार कर दिया है।
यशपाल मलिक को दूसरे दौर की बातचीत में समझौता सिरे चढऩे की पूरी आस है। लिहाजा सरकार ने भी अपनी पार्टी के विधायकों को चर्चा के लिए बुला लिया है। मंत्रिमंडल की बैठक में भी पानीपत वार्ता के निचोड़ पर बातचीत की जाएगी।
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सूरजकुंड में पहले मंत्रिमंडल की बैठक होगी। फिर विधायकों के साथ लंच पर औपचारिक चर्चा की जाएगी, जिसमें भाजपा हाईकमान के दिशा निर्देशों का हवाला देते हुए आंदोलनकारियों व अफसरों की कमेटी के बीच हुई बातचीत का मसौदा रखा जा सकता है। इसी बैठक में विधायकों को कैबिनेट में होने वाली चर्चा की जानकारी दी जा सकती है। विधायकों का भरोसा जीतने के बाद सरकार यशपाल मलिक को एक बार फिर बातचीत का समय दे सकती है, जिसमें फाइनल बातचीत संभव है।
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'हम भाजपा के निजी विरोधी कतई नहीं'
'' हम भाजपा के निजी विरोधी नहीं हैं। दूसरी पार्टियों की तरह हम भाजपा के भी पक्षधर हैं। भाजपा हमारी मांगें पूरी कर दे तो हम भाजपा के हक में बोलेंगे। सरकार के साथ दूसरे दौर की बातचीत के लिए भी हम तैयार हैं। सरकार जब चाहे, तब दूसरे दौर की बातचीत कर सकती है। अब उसी पर निर्भर है। हमने अपनी मांगों और समस्याओं से सरकार को अवगत करा दिया है। तब तक शांतिपूर्ण धरने जारी रहेंगे। 19 फरवरी को धरना स्थलों पर बलिदान दिवस मनाए जाएंगे।
- यशपाल मलिक, अध्यक्ष, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति।
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'बात सकारात्मक दिशा में बढ़ रही आगे'
'' सरकार आरक्षण पर गंभीर है। जाट समुदाय समेत छह जातियों को हमी ने आरक्षण दिया है। पानीपत में जो बातचीत हुई है, वह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। काफी कुछ निकलकर सामने आया है। वार्ता को जारी रखा जाएगा। जाट प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखी और उन्हें सुना गया है। उन पर विचार किया जाएगा। जाट समुदाय के लोगों से फिर बातचीत होगी। सरकार आरक्षण पर गंभीर है।
- मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।
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