हादसे में पुलिस कर्मचारी और पत्नी की मौत
जागरण संवाददाता, पंचकूला : राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 73 पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक पुलिस
जागरण संवाददाता, पंचकूला : राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 73 पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक पुलिस जवान की पत्नी सहित मौत हो गई। घटना के बाद राजमार्ग पर कुछ देर जाम लग गया और चंडीमंदिर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही खुल सकी। कैथल के गाव खुराना का रहने वाला बलकार सिंह (30) हरियाणा पुलिस में तैनात है और सेक्टर-26 पंचकूला स्थित मोगीनंद पुलिस लाइन में अपने परिवार के साथ रहता था। बलकार सिंह पिछले कुछ दिनों से विभागीय कोर्स पर गया हुआ था और शुक्त्रवार को ही लौटा था। बलकार सिंह शुक्रवार शाम को किसी काम के लिए अपनी पत्नी के साथ बाहर गया और रात लगभग साढ़े 8 बजे वापस आ रहा था, तो मोगीनंद पेट्रोल पंप के पास अचानक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया। हालात को देखकर लग रहा है कि किसी ट्रक ने बलकार की बाइक को टक्कर मारी है और उसके बाद यह वाहन उन दोनों के ऊपर से गुजर गया। शरीर के चिथड़े निकल चुके थे और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों ने मामले की सूचना चंडीमंदिर पुलिस को दी। इसके बाद मृतक की कपड़ों की तलाशी लेने पर पता चला कि युवक हरियाणा पुलिस का मुलाजिम है। इसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों को घटना के बारे में सूचना दी। बलकार के साले ने आकर शवों की शिनाख्त की। जिसके बाद दोनों शवों को पुलिस ने नागरिक अस्पताल की मॉर्चरी में रखवा दिया है और उनका पोस्टमार्टम शनिवार को होगा। परिजनों को जैसे ही हादसे का पता चला, तो उनमें कोहराम मच गया।
पुलिसकर्मी भी दिखे सदमे में
पुलिस कर्मचारी भी दर्दनाक हादसे से सदमे में नजर आए। चंडीमंदिर थाना प्रभारी ने बताया कि एक बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी है। जिस कारण बाइक पर सवार हरियाणा पुलिस के मुलाजिम बलकार एवं उसकी पत्नी की मौत हो गई। हादसे के बाद कुछ समय के लिए जाम लगा था, जिसे खुलवाकर राजमार्ग को सुचारू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि शवों का शनिवार को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। टक्कर मारने वाले वाहन का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
लाइटें नहीं, अकसर हो रहे एक्सीडेंट
यहा बता दें कि एनएच 73 पर आए दिन सडक़ हादसे होते रहते हैं। इस राजमार्ग पर लाइटों का प्रबंध ना होने के कारण अक्सर दोपहिया वाहनों को ट्रक या कार चालक अपनी चपेट में ले लेते हैं। कई बार सरकार एवं हाइवे अथॉरिटी से लाइटें लगाने की माग की गई है, लेकिन हालात कभी नहीं सुधरे।