कम नहीं हो रही भाजपाइयों की नाराजगी
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं की अपनी सरकार के मंत्रि
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं की अपनी सरकार के मंत्रियों से नाराजगी कम नहीं हो रही है। विधायकों को विकास कार्यो पर सीधे फैसला नहीं ले पाने का मलाल है तो कार्यकर्ता मंत्रियों के व्यवहार से नाराज हैं। उनकी नाराजगी अधिकारियों द्वारा जिलों में कोई भाव नहीं दिए जाने से भी है।
भाजपा कार्यकर्ताओं, विधायकों और मंत्रियों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री डा. अनिल जैन के सामने कार्यकर्ताओं ने अपना गुस्सा खुलकर जाहिर किया। भाजपा नेताओं ने राज्य के तीन मंत्रियों पर नजला झाड़ते हुए कहा कि वे अक्सर उखड़ी-उखड़ी बातें करते हैं और उनके कामों में तत्परता नहीं दिखाते। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिलों में वह अधिकारियों की अनदेखी का शिकार हैं। अधिकारी भाजपा वर्करों के काम नहीं कर रहे। कुछ विधायकों ने कहा कि विकास कार्यो में उनके हाथ बंधे हुए हैं। जिलों में अधिकारियों के ट्रांसफर करने अथवा नई नियुक्ति में विधायकों को विश्वास में नहीं लिया जाता।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी से कहा कि उनके द्वारा संस्तुति किए गए तबादलों पर कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है। यदि किसी मंत्री के पास तबादले के लिए कार्यकर्ता जाते हैं तो उन्हें शक की निगाह से देखा जाता है। भाजपा प्रभारी अनिल जैन ने कार्यकर्ताओं की बात सुनने के बाद इस स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए मंत्रियों के साथ-साथ विधायकों को भी अपने व्यवहार में सुधार की सलाह दी है। उन्होंने मंत्रियों व विधायकों को अच्छे आचरण का पाठ पढ़ाया। हालांकि बाद में उन्होंने दावा कि भाजपा में कार्यकर्ताओं, मंत्रियों और अफसरों में पूरा तालमेल है। अफसरशाही सरकार पर हावी नहीं है। ऐसे आरोप गलत हैं। दरअसल अफसरशाही सरकार पर नहीं बल्कि मीडिया के दिमाग पर छाई हुई है। सुधार की गुंजाइश हर जगह रहती है। मंत्रियों से कोई नाराज नहीं है और कार्यकर्ता अगर संतुष्ट हो गए तो यह भी उचित नहीं है।