सीबीएसई 12वीं का परीक्षा परिणाम : ट्राईसिटी में भी लड़कियों का परचम
पंचकूला: ट्राईसिटी चंडीगढ़, पंचकूला व मोाहाली में भी बेटियों ने परचम लहराया है। चंडीगढ़ में लड़कियों के पास का प्रतिशत 81.74 व लड़कों का पास प्रतिशत 71.01 रहा। इसी तरह पंचकूला में लड़कियों की प्रतिशत 93.45 और लड़कों का 85.43 रहा। मोहाली में लड़कियों का पास प्रतिशत 87.26 और
पंचकूला : ट्राईसिटी चंडीगढ़, पंचकूला व मोाहाली में भी बेटियों ने परचम लहराया है। चंडीगढ़ में लड़कियों के पास का प्रतिशत 81.74 व लड़कों का पास प्रतिशत 71.01 रहा। इसी तरह पंचकूला में लड़कियों की प्रतिशत 93.45 और लड़कों का 85.43 रहा। मोहाली में लड़कियों का पास प्रतिशत 87.26 और लड़काें का 68.79 रहा।
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पंचकूला में 1241 छात्रों में 1103 छात्र पास हुए हैं। इनमें 604 लड़के और 499 लड़कियां पास रहीं। चंडीगढ़ में 18151 छात्रों में 13814 छात्र पास हुए। इनमें 7487 लड़के और 6327 लड़कियां पास मोहाली में कुल 1949 बच्चे परीक्षा में बैठे, जिनमें से 1506 छात्र पास हुए। 725 लड़के और 781 लड़कियां पास रहीं।
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भवन विद्यालय की छात्रा आयूषी सूद ने मेडिकल स्ट्रीम में 96.6 प्राप्त कर ट्राई सिटी में प्रथम स्थान हासिल किया है। उसने फिजिक्स में 95, केमिस्ट्री में 95 व बायोलाजी में 95 अंग्रेजी में 99 व मनोविज्ञान में 99 अंक प्राप्त कर अपने संकाय वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
मॉउंट कार्मेल स्कूल की तन्वी अग्रवाल ने नॉन मेडिकल स्ट्रीम में 97.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर ट्राइसिटी में प्रथम स्थान प्राप्त किया हे। सेंट जॉन स्कूल के प्रत्यूष विवेक ने नन मेडिकल वर्ग ही में 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर ट्राई सिटी में दूसरा स्थान बनाया है। वहीं इसी स्कूल के शुभांषु शर्मा ने इसी संकाय में 95.4 अंक प्रात कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
अंग्रेजी भाषा में शोध करना चाहती है तृप्त
तृप्त दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विषय में आनर्स कर आगे इसी क्षेत्र में शोध करना चाहती है। उसकी रुचि लेखन में भी है। उनके पिता जसप्रीत सिंह मेहता व माता मनमीत कौर ने कहा कि प्रारंभिक दिनों से ही तृप्त प्रतिभावान रही है। पढ़ाई के साथ साथ वह खेलकूद में भी काफी हिस्सा ले चुकी है। उसे लेखन प्रतियोगिता में भी पुरस्कार मिले हैं।
आयुषी न्यूरोसाइंस में करना चाहती है शोध
मेडिकल स्ट्रीम में चंडीगढ़ में टॉप रही आयूषी सूद चिकित्सा क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है। वह न्यूरो साइंस में रिसर्च करना चाहती है। उनकी माता मनीषा व पिता आशुतोष ने कहा कि कि आयूषी की सफलता पर उन्हें नाज है। स्कूल की शिक्षक बताती हैं कि आयूषी नृत्य में भी प्रवीण है।
इंजीनियर बनने का सपना : प्रत्यूष
प्रत्यूष विवेक ने का लक्ष्य इंजीनियर बनने के है। वह आईआईटी में जाना चाहता है। अभी आईआईटी की परीक्षा दी है रिजल्ट आना है। प्रत्युष के पिता प्रतीक किशोर डीआरडीओ में कार्यरत हैं व माता संगीता कुमारी शिक्षिका हैं। प्रत्यूष अपनी सफलता का श्रेय माता- पिता व शिक्षकों का श्रेय देता है।
दिल्ली विवि में दाखिला लेना चाहती है कांक्षा
कांक्षा बताती है कि अभी उसका लक्ष्य है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेना, वह भी एसआरसीसी कालेज में। उनके पिता एक अरूण व्यवसायी है वहीं माता शैली गृहिणी हैं।
मेहनत से मिली सफलता : अवनीत
सेक्रेट हार्ट की अवनीत वाणी लंबा ने अपने स्कूल में मेडिकल संकाय (95 प्रतिशत) में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अपनी सफलता के लिए वह अपनी माता पिता व अपने गुरु को श्रेय देती है। पिता कर्नल भूपिंदर सिंह व माता सरताज बताती हैं कि परीक्षा के समय में वह रोज पांच से छह घंटे की पढ़ाई करती थी। अवनीत आगे मेडिकल क्षेत्र में ही अपना करियर बनाना चाहती है।
कानून के क्षेत्र को करियर बनाना चाहती है पलक
सेक्रेट हार्ट की छात्रा पलक ने अपने स्कूल में मेडिकल संकाय (94.8 प्रतिशत) में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। अपनी सफलता के लिए वह माता- पिता व शिक्षकों को श्रेय देती है। पलक बताती है कि अभी देश के अच्छे ला कालेज में दाखिला लेना उसका लक्ष्य है। ला की पढ़ाई करने के बाद वह आईएएस की तैयारी करना चाहती है और देश की सेवा में सहयोग देना चाहती है। माता डा ममता कौशल व पिता विकास कौशल बताते हैं कि अपनी कामयाबी के लिए काफी मेहनत की है।