लावारिस महिलाओं को पहुचाया प्रभु आसरा ट्रस्ट
- रोटरी क्लब ने दिलाया बरसों के नारकीय जीवन से छुटकारा संस, डेराबस्सी : शहर में बरसों से नारकीय ज
- रोटरी क्लब ने दिलाया बरसों के नारकीय जीवन से छुटकारा
संस, डेराबस्सी : शहर में बरसों से नारकीय जीवन भोग रही दिमागी रूप से कमजोर दो महिलाओं की मदद के लिए आखिर रोटरी क्लब ने पहल की। सेहत विभाग के सहयोग से रोटरी क्लब के सदस्यों ने इन महिलाओं को प्रभु आसरा ट्रस्ट, कुराली में आश्रय दिलाकर उन्हे नारकीय हालात से भी मुक्ति दिलाई। ये महिलाएं बस स्टैड और हाईवे के फुटपाथ पर गंदे बिस्तर व कपड़ों में जीवन व्यतीत कर रही थीं।
जानकारी देते हुए रोटरी क्लब के सहायक गवर्नर भूपिंदर सैनी ने बताया कि दोनों महिलाएं अपना नाम तक बताने में असमर्थ थीं। 60 वर्षीय एक महिला हाईवे के किनारे मैले बिस्तर व कपड़ों में बरसों से भीख मागकर गुजर बसर कर रही थी, जबकि दूसरी महिला की आयु करीब 40 वर्ष थी। उसने बस स्टैंड की बैंचों पर अपना आश्रय बनाया हुआ था। रोटरी क्लब के प्रधान गुरदीप चाहल ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रभु आसरा ट्रस्ट को चिट्ठी लिखकर इन महिलाओं को दाखिल कराने की मंजूरी ली। दोनों का डेराबस्सी सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया। अल्ट्रासाउड में 40 वर्षीय महिला के पेट में बड़ी रसौली की रिपोर्ट आई। उसे साफ सुथरे वस्त्र जारी कर 108 नंबर एंबुलेंस में कुराली रवाना किया गया।
एसएमओ डॉ एसके मित्तल, सीडीपीओ इद्रजीत कौर, ईओ राजेश शर्मा, नोडल अफसर भूपिंदर डाहरी, डॉ बरखाराम, आगनबाड़ी व आशा वर्कर्स ने इस नेक काम में बढ़-चढ़कर सहयोग दिया।