बजट के अभाव में अटके हैं कई मार्गो के निर्माण
मोहम्मद हारून, हथीन : बजट अभाव के चलते जिले के करीब नौ पहुंच मार्ग ऐसे हैं, जिनका निर्माण कार्य अ
मोहम्मद हारून, हथीन : बजट अभाव के चलते जिले के करीब नौ पहुंच मार्ग ऐसे हैं, जिनका निर्माण कार्य अटका हुआ है। 12 करोड़ रुपये की व्यवस्था न होने से हजारों लोग एक दशक से परेशानी झेल रहे हैं। इस कारण लोगों के दिलों में सरकार के प्रति टीस देखी गई है।
पिछली सरकार में जनता की मांग पर जिले के कई जर्जर मार्गों के निर्माण के लिए एक योजना बनाई गई थी। योजना के तहत संबंधित गांवों की सड़कों की सेहत सुधारने के लिए प्रस्ताव उचित माध्यम से सरकार को भेजे गए थे। हालांकि काफी मशक्कत के बाद 12 करोड़ के इन कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई थी। इनमें हथीन के मलाई, पृथला के खजुरका, सहराला, मोहना रोड, जनौली, चांदहट, थंथरी व होडल के गुदरान रोड शामिल थे, लेकिन सरकार जाने के बाद वर्तमान सरकार ने इन मार्गों के निर्माण को लेकर कोई सुध नहीं ली। कई माह बीत जाने के बाद भी बजट की व्यवस्था नहीं की गई। इसका खामियाजा पहुंच मार्गों पर पड़ने वाले अन्य दर्जनों गांवों के हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
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बड़ी मशक्कत के बाद मलाई अलालपुर मार्ग को मंजूर किया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी कई गांवों की इस प्रमुख सड़क का अब तक जीर्णोंद्धार नहीं कर पाया। सरकार इस तरफ ध्यान दे।
-चौधरी रफीक अहमद, अध्यक्ष मानव अधिकार संगठन पलवल
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पहुंच मार्गों की हालत जर्जर हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी बड़े मार्गों की तरफ तो ध्यान देता है लेकिन गांवों से जोड़ने वाले इन मार्गों के प्रति सजग नहीं।
-मुकेश डागर, मंडकोला
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हां, ये सड़कें जर्जर थीं। इनकी स्वीकृति मिल गई थी, लेकिन बजट का प्रावधान नहीं हो सका था। हमने फिर से विभाग के एसई को मामले से लिखित में अवगत कराया है। उम्मीद है कि इन मार्गों की हालत जरूर सुधरेगी।
-आरके कालड़ा, अभियंता पीडब्ल्यूडी, हथीन