बिजली चोरी में 550 उपभोक्ताओं पर लगा 1.90 करोड़ जुर्माना
संवाद सहयोगी, मंडी अटेली : बिजली विभाग सरकार की योजनाओं के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र को पिल्लर बॉक्
संवाद सहयोगी, मंडी अटेली : बिजली विभाग सरकार की योजनाओं के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र को पिल्लर बॉक्स प्रणाली व 'म्हारा गांव जगमग गांव' योजना से जोड़ने में बेशक अभी तक सफल नहीं हो पाया है, लेकिन सतकर्ता के चलते बिजली चोरी को काबू करने में काफी हद तक सफल रहा है। साथ ही विभाग ने मात्र छह माह में करोड़ों रुपये का राजस्व का लाभ मिला है।
विभाग के आंकड़ों के अनुसार अटेली कार्यालय के अंतर्गत 56 गांव व कस्बा अटेली जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति करने के लिए पांच सब डिवीजन पावर हाउस स्थापित किए हुए हैं। गांव कांटी, दुबलाना, बजाड़, महासर व भीलवाड़ा में 33 केवी पावर हाउस है, वहीं अटेली कस्बे में 132 केवी सब स्टेशन स्थित है। लगभग 25 हजार बिजली उपभोक्ता इन गांवों के जुड़े हुए हैं।
बिजली विभाग ने बिजली चोरों पर छापामारी करते हुए इस वर्ष के पहले साढ़े छह महीनों में ही लगभग 550 चोरियां पकड़ी हैं। जिन उपभोक्ताओं के घरों में चोरी पकड़ी गई, उन पर विभाग ने 1.90 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोंका है। विभाग के अनुसार सबसे ज्यादा जुर्माना गांव रामपुरा में स्थित एक निजी आरओ चिल वाटर सिस्टम पर लगा। विभाग ने इसके मालिक पर 4,32,600 रुपये का जुर्माना लगाया।
अटेली कार्यालय के अंतर्गत आने वाले गांव गिरधरपुर व उनींदा फीडर को पूर्ण रूप से म्हारा गांव जगमग गांव योजना से जोड़ दिया गया है। शेष गांवों का भी एस्टीमेट विभाग को भेजा जा चुका है। वहीं दुबलाना 33केवी पावर हाउस के अंतर्गत आने वाले जाट गुवाना, गुवानी व दुबलाना सहित तीन गांवों को पिल्लर बॉक्स प्रणाली से जोड़ा गया है। अटेली कस्बे में भी दो वर्ष पूर्व पिल्लर बॉक्स से जोड़ने का कार्य किया गया था, यहां 70 फीसदी कार्य पूरा हो पाया है।
बिजली चोरी के मामले में सबसे ज्यादा जुलाई माह में बिजली विभाग को कामयाबी मिली। मात्र 26 दिन में 150 चोरियां पकड़कर 29 लाख से अधिक जुर्माना ठोंका गया। विभाग की चल रही छापामारी को लेकर बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं में ¨चता है। विभाग को हर रोज 5-10 उपभोक्ताओं के घरों में छापामारी में कामयाबी मिल रही है। उधर, सरकारी कार्यालयों में बेशक बिजली चोरी नहीं हो रही परंतु उनकी तरफ निगम का लाखों रुपये का बिजली बिल बकाया है। अकेले अटेली तहसील कार्यालय का 3 लाख 75 हजार रुपये का बिल बकाया है। बिजली विभाग ने एकाध बार तहसील कार्यालय का बिजली कनेक्शन काटने का कार्य किया, लेकिन प्रशासनिक हस्ताक्षेप के चलते बिजली सप्लाई आज भी जारी है।
पक्ष-
बिजली चोरी से ट्रांसफार्मर व लाइन पर लोड पड़ता है, जिससे फाल्ट होकर बिजली सप्लाई बाधित हो जाती है। इसको सुचारू करने के लिए विभाग को घंटों मशक्कत करनी पड़ती है वहीं उपभोक्ताओं को भी बिजली समस्या से जूझना पड़ता है। बिजली उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से बिजली मुहैया कर सकें, इस लक्ष्य से विभाग की छापामार कार्यवाही जारी है।
- एसडीओ प्रदीप सोनी